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सुप्रीम कोर्ट को UIDAI ने बताया, आधार कार्ड के डेटा में सेंध लगाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन

'आधार कार्ड का खर्च एक डॉलर से भी कम है। हालांकि बायोमैट्रिक सॉफ्टवेयर हम बाहर से मंगाते हैं लेकिन डाटा कंट्रोल हमारे पास होता है।'

Updated on: 22 Mar 2018, 11:25 PM

नई दिल्ली:

आधार कार्ड की संवैधानिक वैद्यता पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान आधार कार्ड जारी करने संस्था UIDAI के सीईओ अजय भूषण ने भरोसा दिलाया कि धारा कार्ड और उससे जुड़ी जानकारी पूरी तरह सुरक्षित है।

सुप्रीम कोर्ट में करीब 80 मिनट का पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन देते हुए अजय भूषण ने कहा, 'आधार कार्ड में दर्ज डाटा पूरी तरह सुरक्षित है क्योंकि आधार का सारा बॉयमैट्रिक डाटा 2048 bit एनक्रिप्शन से सुरक्षित है और इसे तोड़ने में सुपर कंप्यूटर को भी इस ब्रह्मांड के आयु के बराबर समय लगेगा। इसलिए इस डाटा को चुरा पाना किसी के लिए संभव नहीं है।'

इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया, 'आधार कार्ड का खर्च एक डॉलर से भी कम है। हालांकि बायोमैट्रिक सॉफ्टवेयर हम बाहर से मंगाते हैं लेकिन डाटा कंट्रोल हमारे पास होता है।'

इसके साथ ही UIDAI के सीईओ ने कहा, 'आधार का सर्वर इंटरनेट से जुड़ा हुआ नहीं होता है इसलिए इसे चुराया नहीं जा सकता।'

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पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए UIDAI ने कोर्ट को बताया कि आधार कार्ड से जुड़ी कोई भी जानकारी किसी से भी साझा नहीं की जाती है और सिर्फ केवाईसी के लिए निजी जानकारी दी जाती है।

सीईओ अजय भूषण ने कोर्ट को ये भी बताया कि UIDAI आधार कार्ड से किसी भी लेन-देन की जानकारी या लोकेशन को भी इकट्ठा नहीं करते हैं।

गौरतलब है कि आधार कार्ड की वैद्यता और नागरिकों के निजता के अधिकार के उल्लंघन को लेकर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने UIDAI को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन देने का आदेश दिया था।

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