logo-image
लोकसभा चुनाव

ग्रेटर नोएडा : कारोबारी ने रंगदारी नहीं दी तो लाठी डंडों से कर दिया हमला 

ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया हैं जहां एक स्क्रैप व्यापारी से उसके कारोबार जबरन 50 फीसदी की रंगदारी मांगी जा रही थी. रंगदारी न देने की सूरत में उसको जान से मारने की धमकी दी गई.

Updated on: 13 Jul 2022, 08:18 PM

highlights

  • ग्रेटर नोएडा : स्क्रैप कारोबारी ने रंगदारी देने से किया इंकार तो कार पर कर दिया हमला 
  • स्क्रैप कारोबारी से कमाई का 50 % माग रहे थे रंगदारी 

नोएडा:

Greater Noida Crime News : ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया हैं जहां एक स्क्रैप व्यापारी से उसके कारोबार जबरन 50 फीसदी की रंगदारी मांगी जा रही थी. रंगदारी न देने की सूरत में उसको जान से मारने की धमकी दी गई. जब कारोबारी ने रंगदारी नहीं दी तो आरोपियों ने कारोबारी की गाड़ी पर लाठी डंडों से हमला कर दिया. इस मारपीट का मामला सीसीटीवी में कैद हो गया.

नोएडा पुलिस के मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि दादरी थाना इलाके में 12 जुलाई को जो मारपीट का वीडियो सामने आया था, उस मामले में फैजल खान द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि वह स्क्रैप का कारोबारी है और उससे कुछ लोग पिछले कुछ दिनों से कारोबार में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी रंगदारी के तौर पर मांग रहे थे और रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी. अब जब कारोबारी की गाड़ी पर लाठी डंडों से हमला हुआ तो उसने पूरा मामला पुलिस को बताया. पुलिस ने कारोबारी की शिकायत पर 323 /279/427 में FIR दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य तीन की तलाश जारी है.

इन लोगों पर है जानलेवा हमला करने का आरोप

नोएडा पुलिस के मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, हरीश निवासी गुर्जर कॉलोनी दादरी और अनिकेत गांव अन्धपुर थाना जारचा निवासी को गिरफ्तार कर लिया है और आशिफ उर्फ खजला,  वसीम एवं प्रयांशू अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा स्क्रैप और रंगदारी को लेकर कई बार सुर्खियों में रह चुका है. अब इस तरह से रंगदारी न देने पर गाड़ी पर हमले की इस घटना ने पुरानी यादें ताजा कर दी हैं. हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस मामले में जो लोग गिरफ्तार हुए हैं या फरार हैं वो किसी के कहने पर रंगदारी मांग रहे थे या खुद ही रंगदारी मांगने के अपराध से जुड़े हैं.