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Coronavirus Insurance Policy: कोरोना से जुड़ी पॉलिसी की पहुंच बढ़ाने के लिए IRDAI ने उठाए ये बड़े कदम

Coronavirus Insurance Policy: IRDAI ने कोरोना कवच से लेकर कोरोना रक्षक जैसे बीमा उत्पादों को बढ़ावा दिया, जो कोरोना वायरस (Coronavirus Insurance Policy) संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज को कवर करते हैं.

Updated on: 28 Dec 2020, 01:38 PM

नई दिल्ली :

Corona Kavach Health Insurance Policy: महामारी (Coronavirus) से पीड़ित वर्ष 2020 में लोगों के पास बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) के पर्याप्त विकल्प सुनिश्चित करने के लिए नियामक इरडा (IRDAI) ने कोरोना कवच से लेकर कोरोना रक्षक जैसे बीमा उत्पादों को बढ़ावा दिया, जो कोरोना वायरस (Coronavirus Insurance Policy) संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज को कवर करते हैं. 

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2020 में बीमा नियामक ने उपभोक्ताओं के भरोसे को बढ़ाने के साथ ही मानक उत्पादों की पेशकश की और ‘अपने ग्राहक को जानो’ (KYC) मानदंडों को आसान बनाया. इरडाई ने मार्च में कोविड-19 महामारी के फैलने के साथ ही इस बीमारी से संबंधित इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती लोगों के दावों को तेजी से निपटाने के लिए कहा. इसके साथ ही भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडाई) ने बीमा कंपनियों को निर्देश दिया कि कोरोना वायरस से संबंधित इलाज की लागत को कवर करने के लिए विशिष्ट उत्पादों को डिजाइन करें. इसके बाद अल्पकालिक कोरोना कवच पॉलिसी शुरू की गई.

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आरोग्य संजीवनी, कोरोना रक्षक और कोरोना कवच जैसे प्रोडक्ट पिछले 6 महीने में हुए लॉन्च
पिछले छह महीनों में नियामक ने आरोग्य संजीवनी, कोरोना रक्षक और कोरोना कवच सहित कई नए बीमा उत्पाद पेश किए. पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के मुख्य कारोबार अधिकारी तरुण माथुर ने कहा कि बीमा नियामक का कहना है कि मानक बीमा योजनाओं की शुरूआत से उपभोक्ताओं के लिए सेवाओं का चयन करना आसान हो जाएगा.

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एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life) के मुख्य वित्तीय अधिकारी नीरज शाह ने कहा कि इस दौरान नियामक की भूमिका सक्रिय और ग्राहक केंद्रित रही, जिससे ग्राहकों के लिए लाभदायक उत्पाद तैयार करने में मदद मिली. उन्होंने कहा कि ओटीपी आधारित सहमति से बीमा योजना देने और वीडियो केवाईसी की शुरूआत से ग्राहकों के साथ ही उद्योग को भी फायदा मिला. उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत में बीमा उद्योग की मध्यम से दीर्घकालिक संभावनाओं के बारे में आशावादी बने हुए हैं. हमारा मानना ​​है कि संरक्षण और सेवानिवृत्त की श्रेणियों में कई दशक तक अवसर हैं और ये बचत के मुकाबले तेजी से बढ़ेंगे.