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Budget 2023-24: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट से पहले 'हलवा समारोह' में भाग लिया

Union Budget 2023: एक फरवरी 2023 को देश का आम बजट संसद में पेश होगा. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Union Finance Minister Nirmala Sitharaman ) एक बार फिर यूनियन बजट 2023-24 पेश करने जा रही हैं

Updated on: 26 Jan 2023, 05:39 PM

New Delhi:

Union Budget 2023: एक फरवरी 2023 को देश का आम बजट संसद में पेश होगा. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Union Finance Minister Nirmala Sitharaman ) एक बार फिर यूनियन बजट 2023-24 पेश करने जा रही हैं. बजट से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2023-24 से पहले वित्त मंत्रालय में आयोजित 'हलवा समारोह' में भाग लिया. आपको बता दें कि यह कोरोना काल के बाद और 2024 के आम चुनाव से ठीक पहला बजट है इसलिए देश की जनता इसको लेकर ज्यादा आशान्वित है. मौजूदा सरकार के इस अंतिम बजट में लोगों को टैक्स आदि में राहत मिलने की उम्मीद है. खैर बजट कैसा रहेगा या कैसा नहीं, इस विषय पर किसी और दिन बात करेंगे. आज हम बात करने जा रहे हैं बजट से पहले वाली हलवा सेरेमनी ( Halwa Ceremony ) की. देश में आम बजट की बात हो और हलवा सेरेमनी का जिक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता. हालांकि कोरोना महामारी के चलते पिछले साल इस सेरेमनी का आयोजन नहीं हो पाया था, लेकिन इस बार हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया है.

आपको बता दें कि वित्त मंत्रालय में हलवा समारोह का आयोजन बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने से पहले किया जाता है. इस क्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंत्रालय के अधिकारियों की मौजूदगी में हलवा बांटकर दस्तावेज को फाइनल टच दिया.  इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ भागवत किशनराव कराड, वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.  दरअसल, यह एक ऐसी परंपरा है जिसका आयोजन बजट निर्माण में शामिल अधिकारियों की लॉक इन प्रक्रिया से पहले किया जाता है. क्योंकि बजट निर्माण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, इसलिए वित्त मंत्री ने खुद अपने टि्वटर हैंडल से हलवा सेरेमनी की तस्वीर साझा की है.

क्या है हलवा सेरेमनी

इंडियन कल्चर में माना जाता है कि किसी भी बड़े व शुभ काम की शुरुआत मीठे से होनी चाहिए. यही वजह है कि संसद में आम बजट को पेश करने से पहले वित्त मंत्रालय में हलवा सेरेमनी का आयोजन कर सबका मुंह मीठा कराया जाता है. सरकारें सालों से इस परंपरा का पालन करती आ रही हैं. हालांकि कोरोना के प्रकोप के चलते पिछले साल हलवा सेरेमनी का आयोजन नहीं हो पाया था और इसके स्थान पर मिठाई बांटी गई थी. इस परंपरा के चलते हर साल आम बजट से पहले नॉर्थ ब्लॉक में बाकायदा कढ़ाई चढ़ती है और हलवा बनाया जाता है. केन्द्रीय वित्त मंत्री समेत वित्त मंत्रालय के सभी अफसर इस प्रोग्राम में शामिल होते हैं. वित्त मंत्री खुद अपने हाथों से सबको हलवा बांटते हैं. हलवा सेरेमनी तब आयोजित किया जाता है जब बजट का दस्तावेजीकरण हो जाता है और उसे छपने के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है.