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चीन में युवाओं को घर पर रहने के लिए मिल रहे पैसे, लाखों की नौकरी छोड़ रहे लोग

21 साल की ली जो एक बेहतरीन फोटोग्राफर हैं, ने अपना जॉब छोड़ घर पर रहना चाहती है इसलिए नौकरी को अलविदा कह दिया. ली का कहना है कि उसने ये जॉब इसलिए छोड़ा क्योकि वो बेरोजगारी और नोकरी के लिए कंप्टीसन की वजह से प्रेशर नहीं झेल पा रही हूं. इसलिए ये नौकरी

Updated on: 28 Jul 2023, 10:01 AM

नई दिल्ली:

विश्व में बेरोजगारी बढ़ रही है. लोग नौकरी के लिए चिंतित हो रहे हैं . विश्व बैंक ने भी कहा है कि विश्व महामंदी की ओर जा रहा है. लेकिन चीन के युवाओं को इस बात की चिंता नहीं हो रही हैं. चीन के लाखों युवा नौकरी छोड़ घर पर बैठना पसंद कर रहे हैं. 21 साल की ली जो एक बेहतरीन फोटोग्राफर हैं, ने अपना जॉब छोड़ घर पर रहना चाहती हैं इसलिए नौकरी को अलविदा कह दिया. ली का कहना है कि उसने ये जॉब इसलिए छोड़ा क्योकि वो बेरोजगारी और नौकरी के लिए कंप्टीसन के प्रेशर को नहीं झेल पा रही थी. इसलिए ये नौकरी छोड़ दिया. चीन में ली की तरह कई और युवा हैं जिन्होंने जॉब छोड़ दी है और घर पर बैठ गए हैं.

काम के 6 हाजर युआन

ली चीन के शहर लुओयाग में रहती हैं और वो अपना फुल टाइम नौकरी छोड़ घर पर रह रही. उनका काम ग्रॉसरी की खरीदारी करना और दादी की देखभाल करना हैं जो दिमाग की बीमारी से जुझ रही है. उनके पेरेंट्स इस काम के लिए उसे 6 हजार युआन यानी 835 डॉलर महीने का वेतन दे रहे हैं. ली का इस पर कहना है कि एक आम जीवन जीने के लिए घंटों की कठिन मेहनत करना पड़ता है और परिवारिक मूल्यों को छोड़ना पड़ता है. लेकिन इस काम के जरिए हम जीवन जी रहे हैं और परिवार के साथ रहकर उनकी मदद कर पा रहे हैं. उसने कहा कि मुझे लक्जरी लाइफ के लिए ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं है. 

बेरोजगारी का बना रिकॉर्ड

ली चीन में ऐसा करने वाली पहली युवा नहीं हैं. फुल टाइम बेटा या बेटी बनने की नौकरी पहली बार चीन की सबसे फेमस सोशल मीडिया साइट 'दौबन' पर ट्रेंड करने लगा था. इस सोशल मीडिया पर 10 हजार से अधिक युवाओं ने कहा कि वो घर बैठकर फुलटाइम बेटा और बेटी बनाना पसंद करेंगे. वर्तमान समय में चीन में बेरोजगारी दर बढ़कर 21 प्रतिशत से अधिक हो गई है. ये एक रिकॉर्ड बन गया है. 

मार्च में 46.5 प्रतिशत बेरोजगारी दर

चीन में एक फेमस कहावत है  Lying Flat इसका मतलब है थका देने वाले काम से छुट्टी लेना. पेंकिंग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का कहना है कि पिछले हफ्ते 16 मिलियन युवा नौकरी छोड़कर घर पर बैठ गए हैं या पेरेंट्स पर आश्रित हो गए है. वहीं ये लोग सक्रिय रूप से नोकरी की तलाश भी नहीं कर रहे हैं. अगर देखा जाए तो मार्च में वास्तविक बेरोजगारी दर 46.5 प्रतिशत हो सकती है.