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UNGA में भारत की पाकिस्तान को फिर लताड़, कहा- अवैध कब्जा तुरंत खाली करे पाक

UNGA: पाकिस्तान अक्सर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर राग अलापने के अलावा भारत के आंतरिक मामलों को लेकर दुष्प्रचार करता है. लेकिन भारत हर बार उसे आईना दिखा देता है. ऐसा एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र महासभा में हुआ. जब भारत ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई

Updated on: 23 Sep 2023, 10:20 AM

highlights

  • UNGA में भारत ने पाकिस्तान को फिर लताड़ा
  • पीओके से अवैध कब्जा खाली हटाने को कहा
  • आतंकवाद पर भी पाक कि दिखाया आईना

New Delhi:

UNGA: संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान एक बार फिर से कश्मीर राग अलापा तो भारत ने इसका करारा जवाब दिया और पाकिस्तान के झूठ के दावों की पोल खोल दी. भारत ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में कह दिया कि वह कश्मीर राग अलापना छोड़ दे और कश्मीर में अवैध कब्जे को खाली कर दे. इसके साथ ही पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि वह भारत के आंतरिक मामलों में दखल देना छोड़ दे. इसके साथ ही भारत ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया में आतंकियों के लिए सबसे सुरक्षित स्थान है. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था.

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उन्होंने कल यानी शुक्रवार को दिए अपने भाषण में कहा था कि जम्मू-कश्मीर मुद्दा संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे में सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुद्दों में से एक है. इसके साथ ही काकर ने कश्मीर को दोनों देशों के बीच शांति की कुंजी बताया. जिसका संयुक्त राष्ट्र में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी पेतल गहलोत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. उन्होंने पाकिस्तान को घेरते हुए सबसे पहले पाकिस्तान से भारत के अवैध तरीके से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करने को कहा. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान से कहा कि वह 26-11 हमलों के आतंकियों पर भी कार्रवाई करे.

भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी का यूएनजीए में पाकिस्तान को करारा जवाब

संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव पेतल गहलोत ने कहा, "भारत के खिलाफ आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण प्रोपेगैंडा फैलाने के मामले में पाकिस्तान इस अगस्त फोरम के गलत इस्तेमाल का आदतन अपराधी बनता जा रहा है." उन्होंने आगे कहा, "संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश और अन्य बहुपक्षीय संस्थानों को अच्छी तरह से पता है कि पाकिस्तान यह सब सिर्फ अपने बेहद खराब घरेलू मानवाधिकार के रिकॉर्ड से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान हटाने के लिए करता है. हम यह दोहराना चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का हिस्सा भारत का अभिन्न अंग हैं और इनसे जुड़े सभी मुद्दे भारत के आंतरिक हैं. पाकिस्तान को भारत के घरेलू मुद्दों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है."

पाक में मानवाधिकार का रिकॉर्ड बेहद खराब

इसके साथ ही पेतल ने कहा कि, "एक देश के तौर पर दुनिया में सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देशों में शुमार, खासकर महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के मामले में, पाकिस्तान को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने से पहले अपने घर को संभालना चाहिए." उन्होंने कहा कि, "पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का सबसे स्पष्ट उदाहरण अगस्त 2023 में फैसलाबाद जिले के जारनवाला में ईसाई समुदाय के खिलाफ हुई निर्दयता में देखने को मिलता है, जहां 19 गिरजाघरों के साथ ईसाइयों के 89 घरों में आग लगा दी गई."

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इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओें की स्थिति, जिसमें खासकर हिंदू, सिख और ईसाइयों की हालत बेहद खराब है. बता दें कि पाकिस्तान ने हाल ही में अपने मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट प्रकाशित की. जिसमें कहा गया कि देश में हर साल अल्पसंख्यक समुदाय की अनुमानित 1,000 महिलाओं का अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह किया जाता है. इसके साथ ही पाकिस्तान दुनिया में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित आतंकी संगठनों और लोगों का संरक्षक है.