जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को 27 सितम्बर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई
जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को 27 सितम्बर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. इस सम्मान समारोह में 217 देशों के प्रतिनिधि और विश्व स्तर के संगठनों के प्रमुख भी शामिल होंगे.
योक्यो:
जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को 27 सितम्बर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. इस सम्मान समारोह में 217 देशों के प्रतिनिधि और विश्व स्तर के संगठनों के प्रमुख भी शामिल होंगे. यह कार्यक्रम मंगलवार को जापानी समय के मुताबिक दोपहर 2 बजे मध्य टोक्यो के 'निप्पॉन बुदोकन' में होगी. इस राजकीय अंतिम विदाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, अमेरिकी राष्ट्रपति कमला हैरिस, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीज सहित कई नेता शामिल होंगे. गौरतलब है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की 8 जुलाई को नारा शहर में 41 वर्षीय व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या दी थी, जब वो एक चुनाव प्रचार के दौरान भाषण दे रहे थे. उस वक्त उनके पास कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था. उनकी अंतिम विदाई समारोह में हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
भारत के साथ आबे के थे अच्छे संबंध
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि 27 सितंबर को पीएम मोदी एक दिन की जापान की यात्रा पर जाएंगे . उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री फूकिमो किशिदा से भी मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ निजी संबंध रहे हैं और इस पर कुछ नहीं बोलूंगा. पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे 2012 से 2020 तक दो बार सत्ता संभाल चुके हैं. उनके कार्यकाल में भारत और जापान के सम्बन्ध मजबूत हुए. उन्होंने भारत को बुलेट ट्रेन के लिए 88 हजार करोड़ का ऋण भी दिया था. इसके साथ ही उन्होंने भारत को कई सुरक्षा उपकरण और टेक्नोलोजी भी हस्तांतरण किए थे.
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राजकीय अंतिम विदाई का जनता कर रही है विरोध
इस राजकीय अंतिम विदाई का जापान में जबरदस्त विरोध हो रहा है, क्योंकि जापान में राजकीय अंतिम विदाई नहीं होती है. दूसरा इसमें खर्च होने वाला पैसा जो लगभग 910 करोड़ से अधिक है. यह पैसा पहले उनकी राजनीतिक पार्टी करने वाली थी, लेकिन अब इसका सारा खर्च जापान सरकार करेगी. इसकी वजह से लोग सड़क पर विरोध कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान एक शख्स ने प्रधानमंत्री आवास के बाहर खुद को आग भी लगा लिया.
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