logo-image

व्हाइट हाउस की मीडिया ब्रीफिंग में न्यूयार्क टाइम्स, बीबीसी, सीएनएन समेत कई संगठनों पर लगा प्रतिबंध

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीबीसी, सीएनएन, न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स, पोलिटिको, लॉस एंजिल्‍स टाइम्‍स और बजफीड को बैन कर दिया।

Updated on: 25 Feb 2017, 05:13 PM

highlights

  • व्हाइट हाउस में  सीएनएन, न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स समेत कई प्रमुख मीडिया संस्थान बैन 
  • मीडिया संस्थानों पर डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ 'फर्जी' खबरें चलाने का आरोप 
  • इस फैसले का अमेरिकन मीडिया में काफी विरोध हो रहा है

नई दिल्ली:

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीबीसी, सीएनएन, न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स, पोलिटिको, लॉस एंजिल्‍स टाइम्‍स और बजफीड को बैन कर दिया।

शुक्रवार को व्हाईट हाउस में ट्रंप की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इन मीडिया संस्थानों को प्रशासक मंडल ने शामिल होने से रोक दिया। इन मीडिया संस्थानों पर डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ फर्जी और मनगढंत खबरें चलाने का आरोप है।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका में 45% लोग डोनाल्ड ट्रंप से तो 42% लोग मीडिया पर करते हैं भरोसा

प्रेस सेक्रेटरी सीन स्‍पीयर ने कहा, 'कुछ मीडिया संस्‍थान 'फर्जी न्‍यूज' देते हैं और ये लोग अमेरिका के दुश्‍मन हैं।' स्‍पीयर की ऑफ कैमरा ब्रीफिंग की जगह व्‍हाइट हाउस की रोजाना की डेली न्‍यूज ब्रीफिंग हुई। उन्होनें आगे कहा, 'उनकी टीम ने फैसला किया है कि अब वह शुक्रवार को गैगल का आयोजन करेंगे न कि पूरी मीडिया ब्रीफिंग को जगह मिलेगी। रोज-रोज कैमरे पर आकर बात करने की जरूरत नहीं है।' व्हाइट हाउस के ब्रीफिंग कक्ष में रोजाना होने वाले टेलीविजन सत्र 'क्वैशचन एंड आंसर' के बदले आयोजित की गई थी।

प्रेस गैगल वह अनौपचारिक प्रेस वार्ता है जिसमें वीडियोग्राफी की मंजूरी नहीं होती है और पूर्व राष्‍ट्रपति जॉज बुश के समय इस प्रथा की शुरुआत हुई थी। व्हाइट हाउस के इस फैसले का अमेरिकन मीडिया में काफी विरोध हो रहा है। इस फैसले के विरोध में न्यूज एजेंसी एपी और टाइम मैगजीन के रिपोर्ट्स ने प्रेस कॉफ्रेंस बीच में छोड़कर चले गए।

इसे भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप ने लागू की नई प्रवासी नीति, भारत की बढ़ेगी मुश्किल

न्यूयॉर्क टाइम्‍स के एग्जिक्‍यूटिव एडीटर डीन बैक्‍यू ने कहा, 'व्‍हाइट हाउस के इतिहास में आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ है।' व्‍हाइट हाउस कॉरेसपॉन्‍डेंट्स एसोसिएशन (डब्‍ल्‍यूएचसीए) ने भी इसका विरोध किया है। गौरतलब है कि न्यूयार्क टाइम्स ने राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप के महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की स्टोरी छापी थी।

बाद में जब ट्रंप राष्ट्रपति बने तो उन्होंने ट्वीट कर न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट को लेकर आरोप लगाए थे। उन्होंने ट्वीट किया था कि समाचार पत्र उन्हें लेकर गलत रिपोर्ट प्रदान कर रहे हैं। ट्रंप ने ट्वीट में लिखा कि द फेक न्यूज़ मीडिया मेरा ही नहीं अमेरिकी लोगों का दुश्मन है।

वहीं सीएनएन ने जारी बयान में कहा, 'ट्रंप प्रशासन का यह कदम अस्वीकार्य है। आम तौर पर ये इसी तरह से बर्ताव करते हैं जब आप उन तथ्यों को उजागर करते हैं जिन्हें ये पसंद नहीं करते। हम इसी तरह रिपोर्टिग करते रहेंगे।'