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मोसुल में आतंकी संगठन IS ने करीब 850 साल पुराने मस्जिद को उड़ाया, ईराकी सेना का दावा

इराक में आतंकी संगठन IS ने ऐतिहासिक और सैकड़ों साल पुराने अल नूरी मस्जिद को बम से उड़ा दिया है

Updated on: 22 Jun 2017, 10:57 AM

highlights

  • मोसुल पर आईएस का एक और बड़ा हमला, 900 साल पुराने मस्जिद को उड़ाया
  • ईराक की सेना ने किया दावा, आईएस ने दावे को खारिज किया

नई दिल्ली:

इराक में आतंकी संगठन IS ने ऐतिहासिक और सैकड़ों साल पुराने अल नूरी मस्जिद को बम से उड़ा दिया है। ये दावा इराकी सेना ने किया है। ये वही मस्जिद है जहां से IS सरगना अबू बक्र अल बगदादी ने साल 2014 के जुलाई महीने में एक सभा कर इस्लामिक राज स्थापित करने की घोषणा की थी।

वहीं ऐतिहासिक मस्जिद को उड़ाने को लेकर आईएस ने दावा किया है कि मस्जिद अमेरिकी विमान के हमले में बर्बाद हुआ है। मस्जिद की जो तस्वीरें सामने आई है उसमें उसका ज्यादातर हिस्सा बर्बाद हो चुका है।

प्रतीकात्मक तौर पर इस मस्जिद का महत्व इराकी सेना और आईएस दोनों के लिए है। इस मस्जिद को 1172 में मोसुल और अलेपो के तुर्क शासक नूर अल दीन महमूद जांदी ने बनवाया था। इस मस्जिद की झुकी हुई मीनार मोसुल की सैकड़ों सालों से पहचान थी।

अब ये मीनार भी पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। नूर अल दीन क्रूसेड को ईसाइय के खिलाफ जिहाद शुरू करने और मुसलमानों का लामबंद करने के लिए जाने जाते हैं।