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चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग बोले, पड़ोसियों से बातचीत के जरिए मुद्दा सुलझाएंगे लेकिन हितों से समझौता नहीं

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को कहा कि चीन अपने पड़ोसियों के साथ विवादों का निपटारा शांतिपूर्ण तरीके से करेगा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बीजिंग अपने हितों के साथ समझौता करेगा।

Updated on: 18 Oct 2017, 11:55 PM

highlights

  • शी ने कहा, चीन अपने पड़ोसियों के साथ विवादों का निपटारा शांतिपूर्ण तरीके से करेगा
  • चीनी राष्ट्रपति बोले, बातचीत में बीजिंग अपने हितों के साथ समझौता नहीं करेगा

बीजिंग:

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को कहा कि चीन अपने पड़ोसियों के साथ विवादों का निपटारा शांतिपूर्ण तरीके से करेगा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बीजिंग अपने हितों के साथ समझौता करेगा।

लोगों से भरे ग्रेट हॉल में अपने तीन घंटे के भाषण के दौरान, उन्होंने चीन की संप्रुभता की रक्षा के लिए सेना को विश्वस्तरीय बनाने का वादा किया।

सात दिवसीय सीपीसी के 19वें पार्टी कांग्रेस के पहले दिन उन्होंने अपने भाषण में राष्ट्रीय पुनर्जीवन, चीनी साम्यवाद, पार्टी के लिए प्रतिबद्धता और गत पांच वर्षो में चीन की उपलब्धियों के बारे में बताया।

शी ने कहा, 'चीन कभी भी दूसरे देश की अनदेखी कर अपना विकास नहीं करेगा और ना ही चीन अपने वैध अधिकार और हितों को छोड़ेगा।'

उन्होंने कहा कि चीन अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्द, ईमानदारी, पारस्परिक लाभ, समावेशता और दोस्ती व साझेदारी की स्थापना की नीति के तहत संबंध मजबूत करेगा।

उन्होंने कहा, 'हम बातचीत के जरिये विवाद हल करेंगे और पारंपरिक व गैर पारंपरिक मतभेदों को चर्चा के जरिये सुलझाएंगे।'

भारत और भूटान के साथ चीन का दशकों पुराना सीमा विवाद है वहीं दक्षिण व पूर्वी चीन सागर को लेकर उसके कई पड़ोसी देशों के साथ विवाद है। चीन और भारत के बीच दो माह लंबा चला डोकलाम विवाद अगस्त में समाप्त हुआ था।

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उन्होंने कहा, '21वीं शताब्दी के मध्य तक पीपुल्स आर्म्ड फोर्सेस को पूरी तरह से विश्वस्तरीय सेना बनाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा और 2020 तक हमारी सेना को मूल रूप से यंत्रीकृत कर लिया जाएगा जिसमें आईटी इस्तेमाल और रणनीतिक क्षमताओं से बड़ा सुधार दिखेगा।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र सेना का आधुनिकीकरण मुख्यत: 2035 तक पूरा हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि सीपीसी एक शक्तिशाली थल सेना, नौसेना, वायु सेना, रॉकेट सेना और रणनीतिक सहयोग सेना का निर्माण करेगा और विशिष्ट चीनी विशेषताओं के साथ अत्याधुनिक कांबेट प्रणाली और थियेटर कमांड के लिए कमांडिंग संस्थाओं का निर्माण करेगा।

सीपीसी खुफिया सेना के विकास में तेजी लाएगा और नेटवर्क सूचना प्रणाली व बहु-पक्षीय स्थितियों में युद्ध की क्षमता में संयुक्त अभियान के आधार पर अपनी युद्धक क्षमता को बढ़ाएगा।

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