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लोकसभा चुनाव

संसद गतिरोध पर चर्चा के लिये लोकसभा अध्यक्ष से मिले आडवाणी

नोटबंदी पर संसद में जारी गतिरोध को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से उनके कक्ष में मुलाकात की।

Updated on: 09 Dec 2016, 12:28 AM

नई दिल्ली:

नोटबंदी पर संसद में जारी गतिरोध को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से उनके कक्ष में मुलाकात की।

इस मुलाकात के एक दिन पहले बुधवार को आडवाणी ने लोकसभा की कार्यवाही में नहीं समाप्त होने वाले व्यवधान को शर्मनाक करार दिया था और सुमित्रा महाजन और संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार से सदन का संचालन न हो पाने के लिए अपनी नाखुशी का इजहार किया था।

शीतकालीन सत्र खत्म होने में मात्र चार दिन शेष रह गए हैं, लेकिन संसद का यह पूरा सत्र नाकाम हो जाना लगभग तय है।

सूत्रों के अनुसार, महाजन ने सदन का गतिरोध खत्म करने के लिए आडवाणी से सुझाव मांगे हैं।

आडवाणी ने मीडिया से कोई बात नहीं की, महाजन ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सांसदों की चेतनता बेहतर होगी।

उन्होंने कहा कि आडवाणीजी जैसे दिग्गज राजनेता रोज संसद आते हैं और वहां क्या हो रहा है देखते हैं। यह सदन बहस के लिए है और हमलोग पहले ही इतने दिन गंवा चुके हैं।

सूत्रों ने कहा कि आडवाणी ने लोकसभा अध्यक्ष को सुझाव दिया कि जो सदन में अराजकता पैदा कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करें या उनका वेतन कटौती करें।

ऐसा लोकसभा में तब दिखा भी जब महाजन ने हंगामा कर रहे सदस्यों को यह चेतावनी दी कि यदि उन्होंने विरोध करना और बोलने वाले दूसरे नेताओं को बीच में टोकना बंद नहीं किया तो 'कठोर कदम' उठाया जाएगा।

राष्ट्रपति भी संसद में जारी गतिरोध पर यह कहते हुए अपनी नाखुशी का इजहार कर चुके हैं कि 'संसद में हंगामा पूरी तरह से अस्वीकार्य है।'

भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार भी लोकसभा अध्यक्ष को बुधवार को हंगामा करने वाले सदस्यों का वेतन और भत्ता रोकने और सदस्यों को निष्कासित करने तक की अनुशासनिक कार्रवाई करने के लिए लिखा है।