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पाक जासूसी मामले में सपा नेता मुनव्वर सलीम का पीए गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने समाजवादी पार्टी नेता मुनव्वर सलीम के सहयोगी फरहत को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है।

Updated on: 29 Oct 2016, 09:16 PM

highlights

  • पाक के लिए जासूसी करने के आरोप में सपा नेता का पीए गिरफ्तार
  • महमूद अख्तर की निशानदेही पर हुई गिरफ्तारी
  • सपा नेता मुनव्वर सलीम ने दी सफाई

नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने समाजवादी पार्टी नेता मुनव्वर सलीम के सहयोगी फरहत को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 26 अक्टूबर को पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर को गिरफ्तार किया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अख्तर की निशानदेही के आधार पर ही फरहत को गिरफ्तार किया गया है।

क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक फरहत 1986 से ही राजनीतिक दलों से जुड़ा रहा है। 1986 में फरहत किसी सांसद का निजी सचिव बना। इसके बाद से वह चार सांसदों के साथ काम कर चुका है। 20 सालों के दौरान फरहत चार सांसदों के साथ जुड़ा रहा। इस दौरान वह आईएसआई को जानकारी भेजता रहा। फरहत ने जिन सांसदों के साथ काम किया, उनमें से कई सांसद पार्लियामेंटरी कमेटी के सदस्य रह चुके हैं। फरहत संसद से जुड़े दस्तावेजों को चुराकर उसे 10 हजार रुपये से लेकर 1 लाख तक की रकम में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अाईएसआई को बेचा करता था।

राज्यसभा सांसद मुनव्वर सलीम ने इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हम जांच के दौरान हर तरह का मदद करेंगे।

न्यूज स्टेट के पास एक वीडियो है जिसमें अख्तर फरहत नाम के एक शख्स की बात कर रहा है। जिससे वह दिल्ली के मंडी हाउस स्टेशन के पास मिलता था। दिल्ली पुलिस ने इसी पूछताछ के आधार पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुनव्वर सलीम के पीए फरहत को गिरफ्तार किया है।

 क्राइम ब्रांच उससे पूछताछ कर रही है। 

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 26 अक्टूबर को महमूद अख्तर को जासूसी के आरोप में हिरासत में लिया था। उसके पास से कई अहम सैन्य दस्तावेज मिले थे। हालांकि राजनयिक छूट के तहत उसे 27 अक्टूबर को छोड़ दिया गया था और उसे 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने के लिए कहा गया था। अख्तर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारी देता था।

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दिल्ली पुलिस ने 27 अक्टूबर को ही राजस्थान के नागौर से जासूसी के आरोप में मौलाना रमजान और उसके साथी सुभाष जांगिड़ को गिरफ्तार किया था। जो जासूसी में अख्तर को मदद पहुंचाता था।

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