logo-image

TMC ने कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फेरा, जानें 42 उम्मीदवारों की लिस्ट में क्या है खास? 

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सीटों की एकतरफा घोषणा नहीं होनी चाहिए, हमें इसे सामूहिक रूप से एक साथ करना चाहिए था

Updated on: 10 Mar 2024, 05:01 PM

नई दिल्ली:

तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर 42 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. कांग्रेस से गठबंधन के बावजूद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बिना किसी देरी के लिस्ट का ऐलान कर दिया है. इस मामले में उन्होंने कांग्रेस से किसी तरह की राय लेने की जरूरत नहीं समझी. कांग्रेस ने  इस कदम पर कहा, कि पार्टी हमेशा से सम्मानजनक सीट-बंटवारे का फॉर्मूला चाहती है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सीटों की एकतरफा घोषणा नहीं होनी चाहिए, हमें इसे सामूहिक रूप से एक साथ करना चाहिए था, जैसा कि हमने तमिलनाडु, महाराष्ट्र, दिल्ली, यूपी आदि में किया है. टीएमसी लोकसभा चुनाव को लेकर काफी आत्मविश्वास दिखा रही है. आइए जानते हैं लिस्ट की अहम बातें क्या हैं. 

  • टीएमसी की लिस्ट में पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान और निष्कासित सांसद महुआ मोइत्रा इस सूची में शामिल हैं.
  • आठ मौजूदा सांसदों को हटा दिया गया है. 16 मौजूदा सांसदों को दोबारा से नामांकित किया गया है. सूची में कुल 12 महिलाओं के नाम शामिल हैं.
  • बहरामपुर लोकसभा सीट से पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान चुनाव लड़ने वाले हैं. यह वर्तमान में ममता बनर्जी के आलोचक धीर रंजन  चौधरी के पास है.
  • इस चुनाव में पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद बर्धमान-दुर्गापुर सीट से इलेक्शन लड़ेंगे. 
  • बशीरहाट लोकसभा सीट जो संदेशखाली स्थित है. यहां पर बीते दिनों काफी बवाल भी हुआ. यहां पर टीएमसी ने मौजूदा   सांसद नुसरत जहां को हटाकर अपने पूर्व सांसद हाजी नुरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है.
  • महुआ मोइत्रा जिन्हें कैश-फॉर-क्वेरी के आरोप में लोकसभा से निष्कासित किया गया था. उन्हें पूर्व निर्वाचन क्षेत्र कृष्णानगर से मैदान में उतारा गया.
  • ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं. 
  • बीते लोकसभा चुनावों में टीएमसी 22 सीटों पर विजयी हुई थी. वहीं भाजपा ने 18 सीटें जीतकर सबको चौंकाया था. बाकी की दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. 
  • इस ऐलान से इंडिया गठबंधन को झटका लगा है. कांग्रेस लगाता टीएमसी से गठबंधन के तहत उम्मीदवार उतारने की मांग कर रही थी. मगर ममता बनर्जी इसके पक्ष नहीं थीं. यहां तक की पश्चिम बंगाल में राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर भी ममता बनर्जी काफी भड़क गई थीं.