logo-image

Uttarkashi Tunnel Collapse: सुरंग में फंसे 41 मजदूरों तक पहुंची राहत, जानें कब तक बाहर आने का रास्ता होगा साफ 

Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तराखंड में सिल्कयारा सुरंग के फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास तेज हो गए हैं. अभी तक के हालात पर नजर डालें तो उनक तक खाने और मेडिकल सुविधाएं पहुंच चुकी हैं. सुरंग फंसे उन्हें आज 11 वां दिन हो गया है.  

Updated on: 22 Nov 2023, 10:52 AM

highlights

  • सुरंग में भेजे पाइप से ऑक्सीजन, फूड पैकेट पहुंचाया गया
  •  41 मजदूरों को 10वें दिन भर पेट भोजन मिला
  • सुरंग के दोनों ओर से खुदाई का काम चल रहा है

नई दिल्ली:

Uttarkashi Tunnel Collapse:  उत्तरकाशी में 41 मजदूर बीते 10 दिनों से सुरंग में फंसे हुए हैं. उन्हें बचाने के प्रयास हो रहे हैं. इस बीच मंगलवार को पहली बार उनकी झलक देखने को मिली. इससे पता चला की अंदर के हालात कैसे हैं. सुरंग में फंसे मजदूरों तक जब कैमरा पहुंचा तो बाहर खड़े लोगों को राहत मिली कि अंदर अभी हालात कंट्रोल में हैं. सभी मजदूर सुरक्षित हैं. आपको बता दें कि बीते दस दिनों में राहत और बचाव दल लगातार इस कोशिश में थे कि मजदूरों तक खाना और मेडिकल सुविधाएं पहुंचाई जा सकें. इसके साथ उनके हालात का जायजा लिया जाए. कई बार नाकाम होने के बाद मंगलवार को ये तस्वीर सामने आई. राहत दल ने सोमवार रात को मजदूरों तक 6 इंच चौड़ा पाइप भेजने में कामयाबी हासिल की. इस पाइप से कैमरा भी भेजा गया.  फिर मजदूरों की तस्वीर सामने आई. इसमें सभी बाहर निकलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. 

10वें दिन मजदूरों को भर पेट खाना मिला 

सुरंग में भेजे पाइप से मजदूरों तक ऑक्सीजन, फूड पैकेट, बोतलों में खिचड़ी, पीने का पानी, मोबाइल का चार्जर तक भेजा गया. इसके साथ सुरंग में वाईफाई कनेक्शन लगाने की कोशिश की गई. दिवाली के दिन ये हादसा हुआ था. इसके बाद 10वें दिन मजदूरों को भर पेट भोजन मिला. राहत दल ने मजदूरों से बातचीत भी की. 

ये भी पढ़ें: Weather Update: दिल्ली-NCR में फिर मौसम लेगा करवट, नए पश्चिमी विक्षोभ से बने बारिश के आसार

इस तरह से फंसे मजदूर 

गौरतलब है कि सिलक्यारा-यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सुरंग का निर्माणकार्य जारी था. 12 नवंबर को दिवाली वाले दिन सुबह 5.30 बजे के आसपास अचानक सुरंग से मलबा गिरने लगा. एकदम से कई टन मलबा आने से सुरंग से निकलने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया. यह मलबा 60 मीटर की दूरी तक गिरा. इस दौरान 41 मजदूर सुरंग में फंस गए. 

एंट्री प्वाइंट से 200 मीटर की दूरी पर मलबा 

सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने को लेकर दोनों ओर से खुदाई का काम चल रहा है. सुरंग के एंट्री प्वाइंट से 200 मीटर की दूरी तक मलबा नहीं है. इसके बाद से करीब 60 मीटर तक चट्टानों का मलबा है. यहां पर 41 मजदूर फंसे हैं. मजदूर जहां पर हैं वहां पर 2 किलोमीटर लंबा स्ट्रैच मौजूद है. साथ ही 480 मीटर का रास्ता पूरी तरह से ब्लॉक है. यहां से आगे कंस्ट्रक्शन का काम जारी है. 

जहां पर मजदूर फंसे हैं उसके ठीक ऊपर से 88 मीटर की नीचे ड्रिलिंग हो रही है. इस तरह से ऊपर से मजदूरों को निकालने का प्रयास हो रहा है. अगर इसमें कामयाबी हासिल होती है तो जल्द ही मजदूर बाहर आ जाएंगे. इस दौरान सुरंग से बाहर मजदूरों के परिवार वाले लगातार पहुंच रहे हैं. राहतकर्मी पूरे आत्मविश्वास के साथ कह रहे हैं कि सभी मजदूरों सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा.