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आगरा वन महोत्सव : पंचायती राज्य मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने किया पौधारोपण 

वन विभाग 690 ग्राम पंचायतों में एक-एक उद्यान स्थापित करेगा. साथ ही पांच नगरपालिका, सात नगर पंचायत में एक-एक अमृत उद्यान बनाएगा.

Updated on: 05 Jul 2022, 10:54 AM

नई दिल्ली:

ताजनगरी आगरा में इस साल वन महोत्सव बेहद खास होगा. वन विभाग जनपद के प्रत्येक निकाय, ग्राम पंचायत में एक अमृत महोत्सव उद्यान की स्थापना करने जा रहा है. प्रत्येक उद्यान में 75-75 पौधे लगाए जाएंगे. उद्यानों का नाम स्वतंत्रता सेनानियों व उत्कृष्ट पुरस्कार प्राप्त लोगों के नाम पर रखा जाएगा. डीएम आगरा के अनुसार जनपद में 36 लाख पौधरोपण का नया इतिहास बनाया जाएगा. वन विभाग ने आज 05 जुलाई से वन महोत्सव की शुरुआत की जो 07 जुलाई तक चलाया जाएगा. इस महोत्सव के दौरान 26 प्रशासनिक विभाग शहर और देहात में लगभग 36 लाख पौधे रोपेंगे.

वन विभाग 690 ग्राम पंचायतों में एक-एक उद्यान स्थापित करेगा. साथ ही पांच नगरपालिका, सात नगर पंचायत में एक-एक अमृत उद्यान बनाएगा. इन अमृत उद्यानों की देखरेख और प्रबंधन का जिम्मा संबंधित ग्राम पंचायतों एवं नगर पंचायतों का होगा. विभाग उद्यान में पांच वर्षों तक समुचित देखभाल के साथ-साथ पौधे की सुरक्षा के लिए आवश्यक इंतजाम करेगा. खुद जिम्मेदार नोडल अधिकारी इसकी मॉनीटिरिंग करेंगे.

ताजनगरी में बीते साल 46 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 10 फीसदी पौधे भी नहीं बचे. वन विभाग ने अपने वन ब्लॉक में पौधे लगाकर देखरेख कर ली, पर अन्य 25 विभागों का रिजल्ट बेहद खराब रहा. इनमें नगर निगम, उच्च शिक्षा, प्राथमिक शिक्षा, राजस्व, रेलवे, पर्यावरण, लोक निर्माण विभाग के लगवाए गए पौधे बहुत कम बच पाए. फेंसिंग न होने, ट्री गार्ड न लगाने और पूरे साल देखरेख न होने के कारण पौधे जीवित नहीं रहे.

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डीएफओ अखिलेश कुमार पांडे ने बताया कि आगरा में मानसून की बारिश हो चुकी है. पांच दिनों में से लगातार चार दिन बारिश होने से मिट्टी में नमी आ चुकी है. जो गड्ढे खोदे जा चुके हैं, वह भी पूरी तरह से नम हो चुके हैं. यह सबसे बेहतर समय है, जबकि नए पौधे मिट्टी में पकड़ बना लेंगे. बीते वर्षों में पौधरोपण अभियान तब चला, जब केवल एक ही बारिश हुई थी. मिट्टी सूखी होने और फिर दोबारा बारिश होने के बीच 15 से 20 दिन का लंबा इंतजार हो गया, जिससे पौधे पनप नहीं पाए.