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Mukhtar Ansari Death: गाजीपुर लाया जाएगा मुख्तार का शव, कल किया जाएगा सुपुर्द-ए-खाक

Mukhtar Ansari Death: कब्रिस्तान की दूरी अंसारी के गाजीपुर के आवास से आधा किलोमीटर है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसी कब्रिस्तान में मुख्तार के माता-पिता की कब्र भी है. 

Updated on: 29 Mar 2024, 05:08 PM

नई दिल्ली:

Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी के ​शव को पोस्टमार्टम के बाद गाजीपुर ले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस प्रक्रिया के पूरा होने में देरी हो सकती है. इस बीच गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने अपने बयान में कहा कि शव गाजीपुर पहुंचने में रात हो जाएगी. ऐसे में कल सुबह शव सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है. उनके शव को गाजीपुर ले लाने की तैयारी की गई. परिवार का कहना है कि मुख्तार अंसारी के शव को काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. कब्रिस्तान की दूरी अंसारी के गाजीपुर के आवास से आधा किलोमीटर है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसी कब्रिस्तान में मुख्तार के माता-पिता की कब्र भी है. 

यह एक सुनियोजित हत्या है- उमर

मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी का कहना है कि यह पोस्टमार्टम उनकी प्रक्रिया के तहत किया गया है. उनकी मांग है कि यह पोस्टमार्टम उनकी प्रक्रिया के तहत एम्स दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा किया जाना चाहिए. हमें यहां की चिकित्सा प्रणाली, सरकार और प्रशासन पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. बेटे उमर का कहना है कि पंचनामा हो चुका है. डीएम को निर्णय लेना है. देखते हैं वह क्या निर्णय देते हैं. उमर ने कहा कि  हमें उम्मीद है कि हमें जो संदेह, उसकी जांच में कोर्ट सहायता करेगी. हम कानूनी टीम से परामर्श ले रहे हैं. हमे ये विश्वास है कि यह प्राकृतिक मौत नहीं बल्कि एक सुनियोजित हत्या का मामला है.

बांदा में हुआ मुख्तार का पोस्टमार्टम 

मुख्तार का पोस्टमार्टम करीब 400 किलोमीटर दूर बांदा में किया गया. उसके पार्थिव शरीर को ले जाने वाला काफिला गाजीपुर से पहले फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज और वाराणसी जिलों से गुजरने वाला है. अंसारी के वकील के अनुसार शव देर रात तक गाजीपुर पहुंचेगा. अगले दिन शनिवार को अंतिम संस्कार होगा. 

बेटे ने लगाया हत्या का आरोप 

मुख्तार अंसारी के बेटे उमर ने बांदा के जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर आरोप लगाए हैं कि उनके पिता की योजनाबद्ध तरीके से हत्या की गई है. उसने मांग की है कि पिता का पोस्टमार्टम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कराया जाए. उमर अंसारी ने अपने पत्र में लिखा, ‘हमें बांदा के प्रशासन और डॉक्टरों की टीम से न्याय की उम्मीद नहीं है.’