सलमा अंसारी के बहाने कांग्रेस के आचार्य प्रमोद का बीजेपी पर निशाना, कह डाली यह बात
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी ने अल नूर चैरिटेबल सोसइटी के तहत बने एक मदरसे में जल्द ही मंदिर बनवाने की घोषणा की है.
highlights
- सलमा ने कही थी मदरसे में मंदिर बनवाने की बात
- उलेमाओं ने उठाए इस फैसले पर सवाल
- कहा बयान को वापस लें सलमा
नई दिल्ली:
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी ने अल नूर चैरिटेबल सोसइटी के तहत बने एक मदरसे में जल्द ही मंदिर बनवाने की घोषणा की है. उनका कहना है कि वह इस लिए मंदिर बनवाना चाहती है ताकि वहां पढ़ने आने वाले हिंदू बच्चे भगवान का आशीर्वाद ले सकें. इसके बाद वह उलेमाओं के निशाने पर आ गई हैं.
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वहीं कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने उनके इस बयान के सहारे बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा साहिबा ने अपने “मदरसे” में मंदिर बनवा दिया, और और तुम “अयोध्या” में भी नहीं बना पाये.
इस मामले पर सलमा ने बताया कि उनके मदरसा चाचा नेहरू में मंदिर और मस्जिद दोनों का निर्माण होगा. उनके पंसदीदा भगवान हनुमान और शिवजी है इसलिए इस मंदिर में उनकी ही मूर्तियां स्थापिता की जाएंगी.
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उन्होंने ये भी कहा, 'बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला किया गया. उन्हें इबादत के लिए मदरसे से बाहर न जाना पड़े इसलिए मंदिर-मस्जिद बनाने का फैसला किया गया है. ये दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगा.' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मदरसे में सुरक्षा के मद्देनजर मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे, जिससे गुजरकर बच्चे आएंग-जाएंगे.
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा साहिबा ने अपने “मदरसे” में मंदिर बनवा दिया, और और तुम “अयोध्या” में भी नहीं बना पाये. #farzibhakt
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) July 14, 2019
मदरसे में मंदिर बनाने को लेकर कट्टरपंथियों के आपत्ति के सवाल पर सलमा ने कहा, 'मैं ऐसे लोगों की चिंता नहीं करती हूं. एक बार एएमयू के एक शिक्षक उन्हें ये जरूर कहने आए थे कि आप एक मुस्लिम बच्चे को राम क्यों बना रही है.' देश में बढ़ते मॉब लिंचिग को लेकर उन्होंने कहा, 'लोग इंसानियत भूलते जा रहे हैं फिर चाहे वो किसी भी धर्म के हो.'
निशाने पर सलमा
जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने कहा कि सलमा अंसारी का बयान दुरुस्त नहीं है, इस्लाम मैं बुत परस्ती व उसकी पूजा करना कहीं से भी जायज नहीं है. बल्कि हराम है. सलमा को ऐसी दोहरी राजनीतिक से बाज़ आना चाहिए.
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गोरा ने कहा कि यह हक़ीक़त है कि हिंदुस्तान लोकतांत्रिक मुल्क है. यहां सभी धर्म को मनने वाले लोग रहते हैं. हमें ऐसी मिसालें बनानी चाहिएँ जिससे भाई चारे को एक अच्छा संदेश पहुँचे. लेकिन इस बात का ख़्याल रखना चाहिए कि वह मिसालें ऐसी नहीं होनी चाहिए जिससे किसी के मज़हब पर आँच आए.
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या ख़ुद के धर्म के खिलाफ हो. सलमा अंसारी को अपना बयान वापस लेकर जनता से माफ़ी मँगनी चाहिए. गंदी राजनीतिक से तौबा कर देश की तरक़्क़ी के लिए अच्छे क़दम उठाने चाहिए.
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