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उदयपुर के हत्यारों  को पकड़वाने वाले गुमनाम हीरो ने मांगी सुरक्षा, बोले- घर की हो रही है रेकी

उदयपुर में टेलर कन्हैयालालकी बर्बर ह्त्या को अंजाम देकर भागने की कोशिश में जुटे रियाज अत्तारी और मोहम्मद गौस को पकड़वाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह को अब अपने परिवार की जान की चिंता सताने लगी है.

Updated on: 05 Jul 2022, 08:47 PM

highlights

  • हत्यारों का पीछा कर पुलिस को दी थी लोकेशन की पूरी जानकारी
  • पीछा करते वक्त हत्यारों ने खंजर दिखाकर धमकाया, फिर भी डटे रहे
  • मुख्यमंत्री ने मिलने के लिए बुलाया, युवकों ने सरकार से मांगी सुरक्षा

 

जयपुर:

उदयपुर में टेलर कन्हैयालालकी बर्बर ह्त्या को अंजाम देकर भागने की कोशिश में जुटे रियाज अत्तारी और मोहम्मद गौस को पकड़वाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह को अब अपने परिवार की जान की चिंता सताने लगी है. सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात के दौरान इन दोनों ने न केवल कुछ अज्ञात लोगों द्वारा उनके घर के आसपास बाइक से रेकी की शिकायत की, बल्कि अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की भी मांग की है. दरअसल, ये दोनों वही गुमनाम हीरो हैं, जिन्होंने पुलिस के आने तक आरोपियों की 2611 नंबर की उदयपुर में रजिस्टर्ड बाइक का पीछा कर बोलेरो में आ रही पुलिस को उनके लोकेशन की सूचना दे रहे थे. इनकी सूचना के आधार पर ही पुलिस ने राजसमंद में हत्या करके भाग रहे दोनों आरोपियों को धर दबोचा था.

आरोपियों को पकड़वाने में निभाई थी अहम भूमिका
उदयपुर बर्बर हत्याकांड के आरोपियों को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाने वाले शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह के चेहरे सामने आने के साथ ही इन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है. अपने आप को करनी सेना के सदस्य बताने वाले इन दोनों युवाओं को इस बात का गर्व है कि इन्होंने हत्यारों को पकड़वाने में इनकी भी भूमिका रही.  खुद सीएम गहलोत ने इन्हें जयपुर मिलने के लिए बुलाया था, लेकिन जब इनके पास परिवार के लोगों द्वारा कुछ संदिग्ध लोगों की बाइक पर उनके घर के पास रेकी की खबर आई तो इनके चेहरे पर भी कुछ शिकन छा गई है.

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सरकार सुरक्षा पर कर रही है विचार
इन दोनों युवकों की दिलेरी की सरकार भी कायल हो गई है. दरअसल, इन दोनों ने बोलेरो में हथियारों का पीछा कर रही पुलिस के आने तक अपनी बाइक पर हत्यारों का कई किलोमीटर तक पीछा किया. इस दौरान जब हत्या के आरोपियों को इन दोनों की ओर से पीछा किए जाने की भनक लगी तो उन्होंने  दोनों को अपने पास मौजूद एक और खंजर से डराया, धमकाया भी और 2611 नंबर की उदयपुर रजिस्टर्ड बाइक की स्पीड बढ़ाकर गच्चा देने की कोशिश करने लगे, लेकिन शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह की कोशिशों के चलते पुलिस को हत्यारों की पल-पल की सही लोकेशन मिलती रही. उधर, सीएम से मुलाकात के बाद सरकार के प्रतिनिधियों ने भी न केवल इनके बेहतर भविष्य के लिए गहलोत सरकार द्वारा उनकी हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है, बल्कि उनके परिवार वालों को भी सुरक्षा देने की अब बात कही है.