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Punjab: CM भगवंत मान ने एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू करने का किया ऐलान, बोले- सरकार सैनिकों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध

भगवंत मान ने कहा कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने नायकों के महान बलिदान का सम्मान करते हुए शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए देने का फैसला किया है.

Updated on: 27 Jul 2023, 06:27 PM

highlights

  • CM भगवंत मान ने वीर सैनिकों के बलिदान को किया याद
  • कारगिल के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
  • एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू करने की हुई घोषणा

नई दिल्ली:

Punjab CM Bhagwant Mann Kargil Vijay Diwas: देश के बहादुर सैनिकों के सम्मान में पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के अवसर पर बड़ा ऐलान किया है. ड्यूटी के दौरान सैनिक की  हादसे में मौत हो जाने या फिर फिजिकल कैज़ुअलटी होने पर परिवार के लिए सीएम ने एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू करने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने ड्यूटी दौरान दिव्यांग सैनिकों के लिए वित्तीय सहायता दोगुनी करने के साथ पहले और दूसरे विश्वयुद्ध के नॉन पेंशनर पूर्व सैनिकों की वित्तीय सहायता में बढ़ोतरी का भी ऐलान किया है.

एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू करने का लिया फैसला

'पंजाब स्टेट वॅार हीरोज मेमोरियल एंड म्युजियम' में कारगिल विजय दिवस मौके पर समागम का आयोजन किया गया था. आयोजन में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने देश की सीमाओं की रक्षा करने के लिए बलिदान देने वाले कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद अपने संबेधन में सीएम मान ने कहा कि सरकार सैनिकों के योगदान का सम्मान करती है. राज्य सरकार ने ड्यूटी दौरान सैनिक की किसी हादसे में मृत्यु हो जाने पर परिवार के लिए 25 लाख रुपए एक्स-ग्रेशिया ग्रांट शुरू करने का फैसला किया है. सीएम मान ने कहा कि इससे पहले ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी लेकिन उनकी सरकार ने ये प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ड्यूटी दौरान दिव्यांग सैनिकों के लिए भी एक्स-ग्रेशिया राशि में बढोतरी की है.

सरकार बहादुर सैनिकों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध 

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि 76 प्रतिशत से 100 प्रतिशत दिव्यांग हुए सैनिकों को अब 20 लाख रुपए से बढ़ाकर 40 लाख रुपए एक्स-ग्रेशिया मिलेगी, 51 प्रतिशत से 75 प्रतिशत दिव्यांग हुए सैनिकों को 10 लाख रुपए की बजाय 20 लाख रुपए और 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत दिव्यांग हुए सैनिकों को 5 लाख रुपए की बजाय 10 लाख रुपए एक्स-ग्रेशिया राशि मिलेगी. उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे विश्वयुद्ध के नॉन पेंशनर पूर्व सैनिकों और उनकी विधवा के लिए महीने वार वित्तीय सहायता 6000 रुपए से बढ़ाकर 10000 रुपए कर दी है. सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार इन बहादुर सैनिकों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है जिन्होंने देश की सेवा की. 

हर हाल में निभाते हैं ड्यूटी

सीएम भगवंत मान ने आगे कहा कि ये एक भावुकता वाला समागम है और पूरा देश इन शूरवीरों द्वारा दिए गए महान बलिदान पर गौरव महसूस करता है. उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा करने के लिए सैनिक खराब मौसम के बावजूद अपनी ड्यूटी निभाते है. उन्होंने ने कहा कि देश निवासी इन राष्ट्रीय नायकों की बहादुरी और देश के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए सदा ऋणी रहेंगे. 

सपूतों के योगदान का सम्मान

भगवंत मान ने कहा कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने नायकों के महान बलिदान का सम्मान करते हुए शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का ये प्रयास देश की एकता और अखंडता को बरकरार रखने के लिए इन सपूतों के योगदान के सम्मान में किया गया है. सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से सैनिकों और उनके परिवारों की भलाई को यकीनी बनाने की वचनबद्धता के चलते शहीदों के परिवारों को वित्तीय सहायता देने का प्रयास किया जा रहा है. 

सीएम तो याद आए पुराने दिन 

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुराने दिनों को याद करते कहा, "कारगिल जंग दौरान वो एक कलाकार थे और इन राष्ट्रीय नायकों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए चैरिटी शो भी करवाया था. ये चैरिटी शो पटियाला में करवाया गया था जिसमें कई अन्य कलाकारों ने भी हिस्सा लिया था. सेना के बहादुरी भरे कारनामों के प्रति धन्यवाद प्रकट करते हुए इस शो के जरिए इकट्ठा हुआ सारा पैसा सेना के अधिकारियों को सौंपा गया था."

सीएम ने भगत सिंह को किया याद 

सीएम मान ने कहा कि ब्रिटिश साम्राज्य की कॉलोनी होने के नाते हमारे देश ने बहुत दुख तकलीफें सहन की हैं. हमारी आजादी के संग्राम के बहादुर और नायकों ने विदेशी साम्राज्यवाद की जंजीरों को तोड़ने के लिए बड़े बलिदान दिए है. उन्होंने कहा कि ये बात रिकॉर्ड पर है कि जिन महान देश भक्तों ने अपनी जानें कुर्बान की हैं या किसी ना किसी रूप में अंग्रेजों के ज़ुल्म का शिकार हुए, उनमें से 90 प्रतिशत से अधिक पंजाबी थे. भगवंत मान ने कहा कि शहीद-ए-आज़म भगत सिंह और कई अन्य योद्धाओं ने देश आजाद करवाने के लिए अपना खून बहाया. 

जवानों और किसानों ने निभाई अहम भूमिका 

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जोर देते हुए कहा कि आज भी देश की सीमाओं की रक्षा के लिए पंजाबी सबसे आगे हैं. उन्होंने कहा कि जब भी भारत को अंदरूनी या बाहरी हमलों की चुनौती का सामना करना पड़ा तो पंजाबियों ने देश का नेतृत्व किया. भगवंत मान ने कहा कि ये बात भी छिपी नहीं कि राज्य के मेहनती किसानों ने देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई. सीएम ने देश की रक्षा के लिए सैनिकों की बहादुरी भरी गाथा को याद किया. उन्होंने कहा कि कारगिल की जंग में भारतीय फौज ने कठिन हालातों के बावजूद जिस तरह दिलेरी और साहस का सबूत दिया, उसकी मिसाल दुनियाभर में शायद ही कोई और मिलती हो.