मध्यप्रदेश के मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार सेठ को दी गई विदाई, 9 जून को होने वाले हैं रिटायर
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसके सेठ 9 जून को रिटायर हो रहे हैं.
नई दिल्ली:
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार सेठ को आज विदाई दी गई. इस मौके पर जबलपुर हाईकोर्ट के साउथ ब्लॉक में आज विदाई समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश एच जी रमेश को भी विदाई दी गई. जस्टिस एस जी रमेश भी अपने पद से रिटायर हो रहे हैं. साउथ ब्लॉक में आयोजित की गई विदाई समारोह में हाईकोर्ट के तमाम न्यायाधीश अधिवक्ता संगठनों के तमाम पदाधिकारी और बड़ी संख्या में वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें- भोपाल से BJP प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा को NIA कोर्ट का झटका, अब करना होगा ये काम
कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश एसके सेठ ने अपने बीते दिनों को याद किया. जस्टिस सेठ ने कहा कि 1981 में उन्होंने जबलपुर (Jabalpur) के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से ही एलएलबी की डिग्री हासिल की थी और उसके बाद जबलपुर हाईकोर्ट में ही उन्होंने अपनी प्रैक्टिस शुरू की. वो चाहते हैं कि जबलपुर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से ही कई अधिवक्ता हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बनें.
इस मौके पर महाधिवक्ता कार्यालय हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी मुख्य न्यायाधीश एसके सेठ के कार्यशैली के बारे में बताया. अधिवक्ताओं ने कहा कि मध्य प्रदेश में उनके मुख्य न्यायाधीश के कार्यकाल में कई फैसले मील का पत्थर साबित हुए हैं. उनके फैसलों की वजह से उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
यह भी पढ़ें- शिवराज सिंह से राहुल गांधी का वीडियो ट्वीट करने में हुई चूक, अहसास होने पर दिया ऐसा जवाब
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसके सेठ 9 जून को रिटायर हो रहे हैं. आज से हाईकोर्ट में समर वेकेशन शुरू हो रहे हैं, जिसके चलते आज ही हाईकोर्ट में विदाई समारोह का आयोजन किया गया.
यह वीडियो देखें-
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
May 2024 Masik Rashifal: आप सभी के लिए मई का महीना कैसा रहेगा? पढ़ें संपूर्ण मासिक राशिफल
-
Parshuram Jayanti 2024: कब है परशुराम जयंती, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही तरीका
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया पर नहीं ला पा रहे सोना-चांदी तो लाएं ये चीजें, बेहद खुश होंगी मां लक्ष्मी
-
Astro Tips: क्या पुराने कपड़ों का पौछा बनाकर लगाने से दुर्भाग्य आता है?