स्वच्छता में इंदौर ने फिर मारी बाजी, चौथी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना
देश के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' में इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बना है.
नई दिल्ली:
भारत के सबसे स्वच्छ शहरों के मामले में मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) शहर ने एक बार फिर बाजी मार ली है. देश के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' (Swachh Survekshan 2020) में इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बना है. केंद्र सरकार ने इंदौर को लगातार चौथी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया है. इसके साथ ही इंदौर ने लगातार चौथी बार प्रथम स्थान हासिल किया है.
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केंद्र सरकार द्वारा किए गए स्वच्छता सर्वेक्षण के जारी नतीजों में इंदौर को लगातार चौथे साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है. सर्वेक्षण में दूसरा स्थान गुजरात के सूरत शहर और तीसरा स्थान महाराष्ट्र के नवी मुंबई को मिला है. केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2020 की घोषणा की है.
Indore is India's cleanest city in Swachh Survekshan 2020, the fifth edition of the annual cleanliness survey of the country.
— ANI (@ANI) August 20, 2020
The city has bagged the spot fourth time in a row. Gujarat's Surat on second spot and Maharashtra's Navi Mumbai on third. pic.twitter.com/mNcMhehoxE
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उल्लेखनीय है कि इंदौर ने इस सर्वेक्षण में 2017, 2018 और 2019 में पहला स्थान हासिल किया था. वहीं, 2016 के सर्वेक्षण में कर्नाटक का मैसूरू शहर पहले स्थान पर रहा था. देश के 4,242 शहरों में किए गए 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' में कुल 1.9 करोड़ नागरिकों ने अपनी राय देकर भागीदारी की है.
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उधर, इंदौर शहर में कचरे के प्रसंस्करण से भी नगर निकाय की कमाई में इजाफा हो रहा है. केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के लिए आईएमसी के सलाहकार असद वारसी के अनुसार, 31 मार्च को खत्म वित्तीय वर्ष 2019-20 में गीले और सूखे कचरे के प्रसंस्करण से शहरी निकाय की कमाई 50 फीसद बढ़कर करीब छह करोड़ रुपये पर पहुंच गई. वित्तीय वर्ष 2018-19 में कचरा प्रसंस्करण से आईएमसी ने लगभग चार करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था.
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