चतरा से हो रही थी ट्रैफिकिंग, 12 नाबालिगों सहित दो दर्जन लोगों को कराया गया मुक्त
झारखंड के चतरा जिले के विभिन्न इलाकों से ट्रैफिकिंग कर यूपी के बिजनौर ले जाए गए 12 नाबालिगों सहित दो दर्जन लोगों को मुक्त करा लिया गया है. बिजनौर एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) और बाल कल्याण विभाग की टीम ने इन्हें मुक्त कराया गया है.
Chatra:
झारखंड के चतरा जिले के विभिन्न इलाकों से ट्रैफिकिंग कर यूपी के बिजनौर ले जाए गए 12 नाबालिगों सहित दो दर्जन लोगों को मुक्त करा लिया गया है. बिजनौर एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) और बाल कल्याण विभाग की टीम ने इन्हें मुक्त कराया गया है. ये सभी एक पिकअप वैन पर सवार थे और उन्हें ठेकेदारों के अधीन काम करने के लिए अवैध तरीके से ले जाया गया था. इसके एवज में यूपी के बिजनौर निवासी सतेंद्र त्यागी, शोभित त्यागी, कपिल त्यागी और अतुल त्यागी ने चतरा के स्थानीय ठेकेदारों से सौदा तय किया था.
पुलिस को सूचना मिली कि पिकअप में खरीद फरोख्त के इरादे से बच्चे सहित 24 मजदूरों को लाया जा रहा है. सूचना पर एएचटीयू, पुलिस और बाल कल्याण विभाग के अफसरों ने घेराबंदी कर बिजनौर-नूरपुर रोड से पिकअप को पकड़ लिया. इनमें 12 बाल मजदूर मिले. इनकी उम्र महज 10 से 15 साल के ही बीच है. पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें चतरा जिले के लावालौग थाना क्षेत्र के लमटा निवासी दयाराम साहू उर्फ जयराम कुमार, लोटवा कुंदा निवासी अजय कुमार यादव और लटमा निवासी हरेद्र कुमार यूपी के बिजनौर निवासी सतेद्र त्यागी, शोभित त्यागी, कपिल त्यागी और अतुल त्यागी के नाम शामिल हैं.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: क्यों खास है इस वर्ष अक्षय तृतीया? ये है बड़ा कारण
-
Amavasya Ke Totke: दुश्मनों से हैं परेशान या कोई फैला रहा है नेगेटिव एनर्जी, तो आज रात करें ये उपाय
-
Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार क्या है मनुष्य का असली धर्म, यहां जानिए
-
Rajarajeshwar Temple: राजराजेश्वर मंदिर की क्या है खासियत जहां पीएम मोदी ने टेका माथा