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Artificial Rain: दिल्ली की जहरीली हवा से कैसे बचेंगे दिल्लीवासी? जानें कब होगी कृत्रिम बारिश

Artificial Rain: 2-3 दिनों तक हवा की गति स्थिर बनी रहने वाली है. लगातार दो दिनों से एक्यूआई 400 के पार पहुंच चुका है.

Updated on: 15 Nov 2023, 05:09 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर पॉल्यूशन का स्तर गंभीर हो चुका है. दिवाली से पहले हुई बारिश के कारण राजधानी में हवा के स्तर में सुधार देखा गया था. मगर दिवाली के दौरान हुई जमकर आतिशबाजी के कारण दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार​ फिर जहरीली हो चुकी है. लगातार दो दिनों से एक्यूआई 400 के पार पहुंच चुका है. हवा में सुधार को लेकर दिल्ली में कृत्रिम बारिश को लेकर भी विचार हो रहा है. इस कड़ी में कृत्रिम बारिश को लेकर विचार हो रहा है. आपको बता दें कि बीते दिनों प्रदूषण से स्थिति गंभीर होने के कारण कृत्रिम बारिश का विकल्प सामने आया था मगर बारिश होने के कारण इसे टाल दिया गया.  

अगले 2-3 दिन की स्थि​ति का निरीक्षण करने के बाद कृत्रिम बारिश  को लेकर फैसले पर पहुंचा जा सकता है. अगर प्रदूषण का लेकर ‘गंभीर’+ श्रेणी में जाता है तो  निश्चित तौर पर सरकार इस पर फैसला लेगी. इसके साथ 2-3 दिनों तक हवा में गति स्थिर बनी रहने वाली है. इसके बाद हवा गति बढ़ सकती है. इससे वायु प्रदूषण में सुधार हो सकता है. 

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छठ पूजा को लेकर दिल्ली जगह-जगह तैयारियां हो रही

छठ पूजा को लेकर दिल्ली जगह-जगह तैयारियां हो रही है. हजार से अधिक छठ पूजा का भी आयोजन किया गया है. यमुना के पानी की गंदगी पर उन्होंने कहा, टीमों ने काम शुरू कर दिया है. राजधानी में अधिकतर जगहों पर बुधवार को वायु गुणवत्ता (AQI) गंभीर बना रहा. दिल्ली में प्रदूषण संकट दोबरा से लौट आया है. दिवाली से पहले सुप्रीम कोर्ट ​ने विभिन्न राज्यों की सरकारों को फटकार लगाई थी. इस दौरान कोई ठोस जवाब न मिलने के बाद कोर्ट ने प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई.  

दिवाली के बाद दिल्ली में बारिश का नामोनिशान नहीं

दिल्ली के जहांगीरपुरी क्षेत्र में आज सुबह हवा सबसे प्रदूषित रही. यहां पर 437 AQI दर्ज किया गया. शहर में जहरीला धुआं देखने को मिला. इस दौरान विजिबिलिटी कम को गई. स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ने लगी. दिवाली के बाद दिल्ली में बारिश का नामोनिशान नहीं है. पराली जलाने का सिलसिला जारी है. इसके साथ दिवाली पर आतिशबाजी के कारण प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया. यहां पर अदालत के आदेश का पालन नहीं किया गया.