Bihar Politics : बिहार में यात्रा बनाम धरना, अश्विनी चौबे मौन यात्रा निकालकर देंगे धरना
सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर हैं. सीएम की यात्रा के काट के लिए बीजेपी मौन यात्रा निकालने वाली है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पूरे प्रदेश में मौन यात्रा निकालेंगे.
highlights
- समाधान यात्रा Vs मौन धरना
- अश्विनी चौबे निकालेंगे मौन यात्रा
- मौन यात्रा निकालकर करेंगे विरोध
- अश्विनी चौबे का सीएम नीतीश पर हमला
- 'समाधान यात्रा को बताया व्यवधान यात्रा'
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सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर हैं. सीएम की यात्रा के काट के लिए बीजेपी मौन यात्रा निकालने वाली है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पूरे प्रदेश में मौन यात्रा निकालेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां-जहां गए हैं वहां अश्विनी चौबे जाकर मौन धरना देंगे. समाधान यात्रा पर निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने के लिए बीजेपी ने तैयारी तेज कर दी है. समाधान यात्रा की हवा निकालने की कामन केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे संभाल रहे हैं. अश्विनी चौबे अब बिहार में मौन यात्रा करेंगें. अश्विनी चौबे ने ऐलान किया है कि 30 जनवरी से वे बेतिया के भितिहरवा आश्रम से इसकी शुरुआत करेंगे.
अश्विनी चौबे का मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा नहीं व्यवधान यात्रा पर निकले हैं. अश्विनी कुमार चौबे 30 जनवरी यानि जिस दिन बापू की हत्या हुई थी उसी दिन से मुख्यमंत्री जहां-जहां समाधान यात्रा में गए हैं वहां-वहां वो भी मौन यात्रा और मौन धरना देंगे. अश्विनी चौबे के मौन यात्रा पर निकलने की घोषणा पर JDU ने तंज कसा है. विधान पार्षद खालिद अनवर ने कहा है कि जनता बीजेपी को नकार चुकी है. बीजेपी के लोगों के मुंह पर अब परमानेंट मौन रहने का निर्णय जनता ने सुना दी है.
बीजेपी के मौन यात्रा पर सरकार में सहयोगी RJD ने भी हमला किया है. RJD प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि बिहार में सत्ता जाने से बीजेपी के नेता बौखला गए हैं. जब दिल्ली में 800 किसान आंदोलन के दौरान मारे गए थे. घरियाली बाबा क्यों मौन थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर निकले हुए हैं और अब अश्विनी चौबे मौन यात्रा पर निकलने वाले हैं. सीएम का कहना है कि वो लोगों की समस्या का समाधान करने के लिए निकले हैं. वहीं, बीजेपी आरोप लगा रही है कि महागठबंधन की सरकार में समस्या का समाधान नहीं समस्या का अंबार सामने खड़ा है. जिससे सरकार मुंह फेर रही है. मुख्यमंत्री के पिछली यात्राओं में बीजेपी उनके साथ थी. ऐसा पहली बार होगा मुख्यमंत्री के यात्रा के विरोध में बीजेपी के नेता भी यात्रा निकाल रहे हैं, लेकिन अब सवाल उठता है बिहार की जनता को इन यात्राओं से क्या लाभ मिलेगा. नेता भले ही दावे कर रहे हो कि उनकी यात्रा का मकसद आम जनता की समस्या का समाधान है, लेकिन हकीकत यही है कि बिहार के आमलोगों की परेशानी खत्म होती नहीं दिख रही है. भले ही नेता जो भी दावे कर लें.
रिपोर्ट : आदित्य झा
यह भी पढ़ें : पूर्व कृषि मंत्री पर RJD ने लिया एक्शन, 15 दिनों के अंदर देना होगा जवाब
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