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पूर्णिया सीट: महागठबंधन में सियासी घमासान, बीमा भारती ने पप्पू यादव को लेकर दिया बयान

पूर्णिया लोकसभा सीट पर महागठबंधन के बीच सियासी घमासान है. आरजेडी ने बीमा भारती को टिकट दिया, लेकिन कांग्रेस के पप्पू यादव भी उम्मीदवार हैं. बीमा भारती ने पप्पू को अभिभावक के रूप में पेश किया है. पूर्णिया में महागठबंधन की आयुध तैयार है.

Updated on: 01 Apr 2024, 07:27 PM

highlights

  • आरजेडी द्वारा बीमा भारती को टिकट
  • महागठबंधन में टकराव
  • बीमा भारती के नेताओं का निर्णय पर सियासी तेज 

Patna:

Purnea Lok Sabha Seat: पूर्णिया लोकसभा सीट पर महागठबंधन के बीच सियासी घमासान छिड़ गया है. आरजेडी ने बीमा भारती को टिकट दिया है, लेकिन कांग्रेस के पप्पू यादव भी इस सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं. यह आराजकता की स्थिति को उभारता है, जबकि भाजपा की तरफ से सीट के लिए उम्मीदवार का ऐलान हो चुका है. इस घमासान के बीच, आरजेडी के प्रतिनिधि बीमा भारती ने पप्पू यादव को उनके पूर्वांचल यात्रा के दौरान उसके अभिभावक के रूप में बताया है.

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बीमा भारती ने कही बड़ी बाद

बीमा भारती की मीडिया से बातचीत के दौरान, उन्होंने कहा कि, ''कुछ चिंता नहीं है. पूर्णिया की जनता बिल्कुल हमारे साथ है. पूर्णिया की एक-एक जनता और कार्यकर्ता तैयार है.'' वहीं पप्पू यादव से बातचीत के सवाल उन्होंने कहा कि, ''पप्पू यादव हमारे अभिभावक हैं. वो नामांकन में जरूर आएंगे. आपके माध्यम से संदेश पहुंचा रहे हैं. पप्पू यादव हमारे गार्जियन हैं तो क्यों नहीं बात करेंगे? वो हमारे साथ ही रहेंगे.''

RJD के कोटे में गई है पूर्णिया सीट

बिहार में महागठबंधन के बारे में बात करें, तो यह उभरते बीच है कि कैसे पूर्णिया सीट को लेकर आपसी टकराव हो रहा है. बीमा भारती के नेता की तरफ से पप्पू यादव को अभिभावक के रूप में पेश किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि महागठबंधन में भाजपा के खिलाफ एकजुटता है. पूर्णिया सीट के बारे में यह घमासान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस क्षेत्र में मजबूत कांग्रेसी और जेडीयू कार्यकर्ता हैं. इसलिए, इस सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी के बीच मतभेद का असर पूरी-पूरी दल की ताकत पर पड़ सकता है.

इसके अलावा आपको बता दें कि पप्पू यादव के नामांकन के बाद उन्हें बीमा भारती ने अपने अभिभावक के रूप में पेश किया है, जो इस सीट पर आरजेडी को साथ लाने का प्रयास कर रही है. बीमा भारती के नेताओं का यह फैसला उनकी सांसदीय टीम के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकता है, लेकिन यह भी दिखाता है कि महागठबंधन के अंतर्निहित तनावों का सामना करना अब उनकी प्राथमिकता है.

इसी बीच, बीमा भारती ने पूर्णिया की जनता को अपने साथ देखा है, जो उनके नेतृत्व में जुटी हुई है. इसके बाद भी, उन्होंने पप्पू यादव को अपने अभिभावक के रूप में पेश किया है और उन्हें नामांकन में समर्थन देने के लिए आग्रह किया है. बीमा भारती के नेताओं का यह निर्णय बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ हो सकता है. इस समय, जब चुनावी माहौल में हर कदम पर राजनीतिक घमासान है तो वहीं बीमा भारती की यह कदमवादी सोच उन्हें नई दिशा दे सकती है और महागठबंधन के अंतर्निहित तनावों का सामना करने की क्षमता दिखा सकती है. इधर, पूर्णिया सीट के लिए महागठबंधन के बीच तनाव का सामना करना होगा. बीमा भारती के नेताओं का यह निर्णय उनकी सांसदीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण हो सकता है, जबकि पप्पू यादव के नामांकन से यह स्पष्ट होता है कि महागठबंधन में अंतर्निहित तनाव का सामना करना महत्वपूर्ण होगा.