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दूसरे चरण की 5 लोकसभा सीटों पर आज से थम जाएगा प्रचार, दिलचस्प है यहां का चुनाव

आगामी चुनावों में बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर होने वाले महापर्व की शुरुआत हो रही है, जो राजनीतिक मंच पर बड़ी चर्चा का विषय बन गया है. वहीं बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर आज (बुधवार, 24 अप्रैल) शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार थम जाएगा.

Updated on: 24 Apr 2024, 12:26 PM

highlights

  • दूसरे चरण की 5 लोकसभा सीटों पर आज से थम जाएगा प्रचार
  • दिलचस्प है यहां के 5 लोकसभा सीटों का चुनाव
  • दिखा निर्दलीय उम्मीदवारों का बढ़ता दबाव

Patna:

Bihar Lok Sabha Election 2024: आगामी चुनावों में बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर होने वाले महापर्व की शुरुआत हो रही है, जो राजनीतिक मंच पर बड़ी चर्चा का विषय बन गया है. वहीं बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर आज (बुधवार, 24 अप्रैल) शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार थम जाएगा. दूसरे चरण के तहत पांच सीटों में से किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका में 26 अप्रैल को मतदान होना है. इसके लिए आज शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार थम जाएगा. इस बार चुनाव प्रचार के दौरान, प्रत्येक सीट पर उम्मीदवारों की भीड़ में चर्चा और समीक्षा की जा रही है. इसके साथ ही सभी पांच लोकसभा क्षेत्रों में 50 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से तीन महिलाएं हैं जबकि 47 पुरुष उम्मीदवार हैं.

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निर्दलीय उम्मीदवारों का बढ़ता दबाव

आपको बता दें कि बिहार के इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी ध्यान खींच रही है. यह दिखाता है कि लोकतंत्र के मूल तत्व, यानी जनता की अपनी आवाज का महत्व, अब ज्यादा महत्वपूर्ण हो रहा है. इन उम्मीदवारों का उदय, जो विभिन्न समाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण को साझा कर रहे हैं. वहीं भारतीय राजनीति में नया एक चेहरा प्रस्तुत करता है.

इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच टक्कर 

वहीं आपको बता दें कि बिहार के इस चुनाव में गठबंधनों का खेल भी देखने को मिलेगा. विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ संगठित होने के माध्यम से उम्मीदवार अपनी बड़ी शक्ति को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. इस बार, इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच सीधी टक्कर की उम्मीद है, जो पूरे प्रदेश की राजनीतिक दास्तान में रोमांच पैदा करेगी. हालांकि, पूर्णिया में पप्पू यादव से त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है.

महिला उम्मीदवारों का सम्मान

आपको बता दें कि चुनावी प्रक्रिया में महिला उम्मीदवारों की भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका है. इस बार बिहार के चुनाव में भी तीन महिला उम्मीदवार शामिल हैं, जो उनकी सामाजिक स्थिति और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

राजनीतिक दलों की रणनीति

आपको बताते चले कि विभिन्न राजनीतिक दलों की रणनीति और उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा चुनावी दंगल की महत्वपूर्ण तत्व है. किसी भी दल की विजय के लिए, उम्मीदवारों का चयन और उनकी राजनीतिक प्रवृत्ति बहुत महत्वपूर्ण होती है.

चुनावी माहौल

वहीं, चुनावी माहौल में दावेदारों की गहमागहमी, प्रत्याशियों की भाषा की तेजी और जनता की चिंताओं के आदान-प्रदान में एक अजीब सी उत्साहजनक तेजी देखने को मिल रही है. इसके साथ ही आपको बता दें कि चुनाव स्थलों पर राष्ट्रीय और स्थानीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधित्व की भाषा, उनकी बहसें और चर्चाएं सभी काफी चर्चा का विषय बनी रहती हैं.

जानें वोटर्स का महत्व 

आपको बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पांचों लोकसभा क्षेत्रों में कुल 93,96,298 मतदाता हैं, जिनमें से 48,81,437 पुरुष मतदाता हैं जबकि 45,14,555 महिला मतदाता हैं. वहीं थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 306 है. इसमें पहली बार वोटिंग करने वाले 18 से 19 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 1,37,773 है. 20 से 29 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 20,86,853 है. इसके अलावा 100 साल से ऊपर के 2379 मतदाता हैं. पांच लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक भागलपुर में 1983031 मतदाता हैं. सबसे कम किशनगंज में 1829994 मतदाता हैं.

पांच लोकसभा सीटों के लिए बनाए गए 5436 मतदान केंद्र

इसके अलावा आपको बता दें कि बताया जा रहा है कि इन पांचों सीटों के लिए कुल 5436 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, ग्रामीण इलाकों में 4878 मतदान केंद्र हैं जबकि शहरी इलाकों में 558 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जबकि किशनगंज में 1007, कटिहार में 1025, पूर्णिया में 983, भागलपुर में 1072 और बांका में 1349 मतदान केंद्र बनाये गये हैं.