Yuvraj Singh : टीम इंडिया में लौटना चाहते हैं युवराज सिंह, खुद सामने आकर जताई इच्छा
Yuvraj Singh : संन्यास के 5 साल बाद युवराज सिंह ने टीम इंडिया में वापसी की इच्छा जाहिर की है. मगर, इस बार वह नई भूमिका चाहते हैं...
नई दिल्ली:
Yuvraj Singh : युवराज सिंह का नाम लेते ही आज भी हर किसी के जहन में ओवर में 6 छक्के वाली इमेज आती है. हालांकि, इसके अलावा भी उन्होंने अकेले के दम पर भारत को कई बड़े मैच जिताए. युवी ने टी-20 वर्ल्ड कप 2007 और वर्ल्ड कप 2011 में खिताबी जीत दर्ज करने में अहम भूमिका निभाई. बल्ले और गेंद दोनों के साथ ही उन्होंने मैच विनिंग प्रदर्शन किए. जून 2019 को युवराज ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. मगर, अब एक बार फिर उन्होंने टीम इंडिया में वापसी करने की इच्छा जाहिर की है. तो आइए आपको बताते हैं दिग्गज ने क्या कहा...
क्या बोले Yuvraj Singh ?
युवराज सिंह ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 T20I मुकाबले खेले. वो सिर्फ एक बेहतरीन क्रिकेटर नहीं बल्कि कैंसर सर्वाइवर भी हैं और उनकी कहानी आज भी युवाओं को प्रेरित करती है. हाल ही में युवराज ने ‘युवराज सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ का उद्घाटन किया और इस दौरान उन्होंने चैंपियसं ट्रॉफी 2017 फाइनल का जिक्र किया और कहा कि, "मुझे लगता है हमने कई सारे फाइनल खेले, मगर एक भी जीत नहीं पाए. 2017 में मैं एक फाइनल मैच का हिस्सा भी था, जिसमें हम पाकिस्तान से हार गए थे. आने वाले सालों में हमें इसपर काम करना होगा. मुझे लगता है कि कुछ चीज की कमी है, जब कोई बड़ा मैच होता है तो हम फिजिकली तैयार होते हैं, लेकिन मैंटली हमें मजबूत होने की जरूरत होती है."
युवाओं की मदद करना चाहते हैं Yuvraj Singh
युवराज ने कहा कि मुझे लगता है कि "युवाओं को मोटिवेट करना, उन्हें सिखाना कि प्रेशर झेलते हुए कैसे अपना बेस्ट देना है. यह चुनौतीपूर्ण रहा है. हमारे पास मैच होते हैं और खिलाड़ी जो दबाव में बल्लेबाजी कर सकें, लेकिन पूरी टीम को ऐसा करना चाहिए, एक या दो प्लेयर्स को नहीं. मैं मार्गदर्शन करना चाहूंगा. आने वाले वक्त में जब मेरे बच्चे बड़े हो जाएंगे. मैं क्रिकेट को वापस देना चाहूंगा और युवाओं को सुधार करने में मदद करना चाहूंगा. मुझे लगता है कि हम बड़े टूर्नामेंट में मानसिक चुनौतियों का काफी अधिक सामना करते हैं. मेरा मानना है कि मानसिक पहलू में मैं भविष्य में इन प्लेयर्स के साथ काम कर सकता हूं. मुझे लगता है कि मैं इसमें योगदान दे सकता हूं, खासकर मिडिल ऑर्डर में."
बताते चलें,भारतीय टीम ने 2013 में आखिरी बार आईसीसी ट्रॉफी जीती थी. जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की थी. इसके बाद से टीम इंडिया 10 सालों से कोई खिताबी जीत दर्ज नहीं कर सकी है. हालांकि, इस दौरान लगभग हर बार भारत ने सेमीफाइनल यानि नॉकआउट तक का सफर सफलतापूर्वक तय किया है.
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