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Cyclone Biparjoy: क्यों इतना खतरनाक है चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, जानें 5 बड़ी वजह

Cyclone Biparjoy: भारत में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर अब कई राज्यों में देखा जा सकता है. जानते हैं आखिर इस तूफान को लेकर इतना डर क्यों लग रहा है.

Updated on: 14 Jun 2023, 02:26 PM

highlights

  • चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की बढ़ी रफ्तार
  • 170 किमी प्रति घंटी की स्पीड से करेगा लैंडफॉल
  • गुजरात के कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी

नई दिल्ली:

Cyclone Biparjoy Latest Updates: चक्रवाती तूफान का आना कोई नई बात नहीं है. देश में हर वर्ष कई तरह के चक्रवाती तूफानों का सामना करता है. इनमें से कुछ डराने वाले होते हैं तो कुछ अपने समय के साथ निकल जाते हैं. इस वर्ष भी अब तक एक चक्रवाती तूफान से भारत निपट चुका है इसका नाम था मोचा. लेकिन मोचा तूफान के बाद अब एक और चक्रवाती तूफान तेजी से आगे बढ़ रहा है. खास बात यह है कि इस तूफान को लेकर सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है. बिपरजॉय तूफान के खतरे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते दिनों खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर एक बैठक की और तब से लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं. 

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय देश के 6 से ज्यादा राज्यों पर असर डाल रहा है. सबसे ज्यादा खतरा गुजरात को लेकर बना हुआ है क्योंकि यहां के जिलों पर ही ये लैंडफॉल करेगा. ऐसे में गुजरात पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं. बिपरजॉय तूफान के 15 जून को टरकाने की संभावना जताई गई है. इस दौरान इसकी गति 170 किमी प्रति घंटे की हो सकती है, जबकि इसके बाद तूफान की गति धीरे-धीरे थमने लगेगी. यहां से तूफान पाकिस्तान के कराची होता हुआ सुस्त पड़ जाएगा. लेकिन इन सबके बीच जान लेते हैं कि आखिर बिपरजॉय चक्रवाती तूफान को लेकर डर के 5 बड़े कारण क्या हैं...

ये हैं चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से डरने के 5 बड़े कारण

1. बाढ़ का खतरा
चक्रवाती तूफान को लेकर डर इसलिए काफी बना हुआ है क्योंकि इससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. तेज रफ्तार तूफान के टकराने से पहले ही गुजरात के कई इलाजों में भारी बारिश शुरू हो गई है. कच्छ से लेकर पोरबंदर, जामनगर, जूनागढ़ और राजकोट जैसे इलाकों में भारी तबाही की आशंका जताई गई है. हालांकि प्रशासने ने इससे निपटने की पूरी तैयारी कर ली है. केंद्र और राज्य दोनों सरकारों ने अपनी टीमें तैनात कर दी है. 

2. बिजली आपूर्ति बाधित
तूफान के चलते बिजला या इलेक्ट्रिसिटी को लेकर भी खतरा मंडरा रहा है. बताया जा रह है कि तेज रफ्तार हवाओं और बारिश के चलते कई इलाकों में घंटों तक बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है. ऐसे में कम्युनिकेशन से लेकर अन्य कामों में हर स्तर पर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. 

3. फसलों को नुकसान
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते ना सिर्फ हवाएं 150 से 170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी बल्कि जोरदार बारिश की वजह से फसलों के नुकसान की आशंका भी बनी हुई है. पहले ही मई के महीने में हुई बारिश ने कई इलाकों में मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अब तूफान की दस्तक ने भी किसानों पर दोहरी मार का काम किया है. 

4. ट्रेन की पटरियों की नुकसान
तूफान का खतरा ना सिर्फ किसानों और आम जनता पर है बल्कि इससे भारतीय रेलवे को भी बड़ा नुकसान होने का डर सता रहा है. दरअसल भारी बारिश और तूफान के चलते कई क्षेत्रों में रेल की पटरियां खराब होने की संभावना बनी हुई है. ऐसे में ना सिर्फ ट्रेनें रद्द होंगी बल्कि कई ट्रेनों के रूट भी बदले जा सकते हैं और कई ट्रेनें समय से देरी से भी चल सकती हैं. 

5. कई राज्यों पर सीधा असर
इस चक्रवाती तूफान को लेकर ना सिर्फ गुजरात और महाराष्ट्र बल्कि कई अन्य राज्यों में भी खतरा मंडरा रहा है. इनमें गोवा, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु प्रमुख रूप से शामिल हैं. बताया जा रहा है कि इन राज्यों में 16 जून तक तूफान का असर दिखाई दे सकता है.