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Independence Day 2023: सोशल मीडिया पर बढ़ी निगरानी, आपके हर कमेंट पर होगी खुफिया नजर

आजादी के जश्न को लेकर सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी गई है. क्योंकि कुछ असमाजिक तत्व सोशल मीडिया के माध्यम से देश का माहौल बिगाड़ने की फिराक में रहते हैं. ऐसे लोगों पर नकेल कशने के लिए अभी से सोशल मिडिया पर पैनी नजर रहेगी.

Updated on: 07 Aug 2023, 12:27 PM

highlights

  • सोशल मीडिया के जरिये तनाव पैदा करने की हो सकती है कोशिश 
  • सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद बाढ़ाई गई निगरानी
  • पिछले साल स्वाधीनता दिवस से पहले एनआईए ने गिरफ्तार किये थे आतंकी

नई दिल्ली :

Independence Day 2023: देश 77वां स्वाधीनता दिवस मनाने की तैयारियों में जुटा हैं. ऐसे में कुछ असामाजिक तक जश्न में खलल डालने की फिराक में होते हैं. इसी को लेकर सोशल पर निगरानी बढ़ाई गई है. जानकारी के मुताबिक आपका हर कमेंट कुछ दिनों के लिए खुफिया विभाग के रडार पर होगा. इसलिए कोई भी ऐसा कमेंट जिससे धार्मिक भावनाएं या देश के प्रति कुछ भी गलत होने जैसे शब्द आपको परेशानी में डाल सकते हैं. इसलिए सोशल मीडिया पर कोई भी कमेंट पूरे सोच-समझकर ही करना चाहिए. सभी राज्यों की साइबर सेल को अलर्ट कर दिया गया है. नूंह व मणीपुर में हुई घटनाओं को लेकर गृह विभाग अलर्ट मोड़ पर हैं. 

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कई देशों के स्टूडेंट्स कर रहे पढ़ाई
दरअसल, हिन्दुस्तान में अरब व खाडी देशों के हजारों स्टूडेंट्स दिल्ली व मेरठ के प्राइवेट संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं.  इन स्टूडेंट्स की सोशल मीड़िया की आईडी भी फेक होती है.  जानकारी के मुताबिक खुफिया एजेंसी ऐसे स्टूडेंट्स की सोशल साइट्स पर काफी नजदीकी से नजर बनाए हुए है. सूत्रों का दावा है कि सोशल मीडिया पर कुछ असमाजित तत्वों का जत्था है. जो देश विरोधी बाते लिखकर देश के युवाओं को भड़काता रहता है. बाद में जब आईडी की खोज की जाती हैं तो सभी आईडी फर्जी पाई जाती हैं.

पहले भी हुई आतंकी गतिविधियां 
खबरों के अनुसार दिल्ली से सटा वेस्ट यूपी पहले आतंकियों की शरणास्थली रहा है. कुछ साल पहसे अब्दुल करीब टूंडा तीन पाक आतंकियों के साथ बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया था. यही नहीं  सन 2008 में सेना की खुफिया जानकारी पाक आर्मी को देने वाला शख्स मेरठ से गिरफ्तार किया गया था. साथ ही  जनवरी 2015 को मेरठ के गंगानगर में एक फर्जी एक्सचेंज भी मिला था. इन सभी की हिस्ट्री कहीं न कहीं दिल्ली व वेस्ट यूपी से जुड़ी है. आजादी के जश्न के समय ये लोग कुछ एक्टीव हो जाते हैं. इनका काम लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से बरगलाना है. ताकि देश के अंदर ही विद्रोह की स्थिति बन जाए.