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Law of Religious Conversion: भारत में क्या है धर्म परिवर्तन का कानून, जाने इसका मुख्य उद्देश्य

Law of Religious Conversion: भारत में धर्म परिवर्तन करना कानूनी है या गैर कानूनी, आइए जानते है संविधान में क्या है प्रावधान

Updated on: 15 Mar 2024, 12:57 PM

New Delhi:

Law of Religious Conversion: भारत में धर्म परिवर्तन कानून एक जटिल विषय है, जिसमें कई कानून और नीतियां शामिल हैं. इनमें से कुछ कानून राज्य स्तर पर लागू होते हैं, जबकि कुछ राष्ट्रीय स्तर पर. भारत में "धर्म परिवर्तन कानून" है, जिसे धारा 25, 26, 27 और 28 के तहत भारतीय संविधान में विवेचित किया गया है. यह कानून धर्म, यानी धर्म के अनुयायियों की धर्मांतरण की आज़ादी को संरक्षित करता है. इसके तहत, किसी भी व्यक्ति का धर्म बदलने का अधिकार सर्वोच्च कोर्ट द्वारा सुनिश्चित किया गया है. किसी भी धर्म परिवर्तन के लिए धर्मांतरण पंजीकरण अधिनियम के अनुसार जरूरी है. यह कानून धार्मिक स्वतंत्रता की सख्त संरक्षा करता है और किसी भी प्रकार के धर्मांतरण को जातिवादी या दबाव के तहत नहीं देखता. इसका मकसद है धर्मिक स्वतंत्रता और साधारण मानवीय मूल्यों के सम्मान का प्रोत्साहन करना.

धर्म परिवर्तन कानून के मुख्य उद्देश्य हैं:

धर्म परिवर्तन की स्वतंत्रता की रक्षा करना: भारतीय संविधान धर्म परिवर्तन की स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार प्रदान करता है. इसका मतलब है कि कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से किसी भी धर्म को अपनाने या छोड़ने के लिए स्वतंत्र है.

जबरदस्ती धर्म परिवर्तन को रोकना: भारत में कई कानून हैं जो जबरदस्ती धर्म परिवर्तन को रोकते हैं. इन कानूनों के तहत, किसी भी व्यक्ति को किसी दूसरे धर्म में परिवर्तित करने के लिए धमकाने, लालच देने या बल प्रयोग करने का प्रयास करना गैरकानूनी है.

धर्म परिवर्तन के लिए धोखाधड़ी या प्रलोभन को रोकना: भारत में कई कानून हैं जो धर्म परिवर्तन के लिए धोखाधड़ी या प्रलोभन का उपयोग करने को रोकते हैं. इन कानूनों के तहत, किसी भी व्यक्ति को किसी दूसरे धर्म में परिवर्तित करने के लिए झूठे वादे करने, गलत जानकारी देने या पैसे देने का प्रयास करना गैरकानूनी है.

धर्म परिवर्तन कानून के कुछ मुख्य प्रावधान हैं: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत, सभी नागरिकों को अपनी मर्जी से किसी भी धर्म को अपनाने या छोड़ने का अधिकार है. भारत में कई कानून हैं जो जबरदस्ती धर्म परिवर्तन को रोकते हैं. इन कानूनों के तहत, किसी भी व्यक्ति को किसी दूसरे धर्म में परिवर्तित करने के लिए धमकाने, लालच देने या बल प्रयोग करने का प्रयास करना गैरकानूनी है. धर्म परिवर्तन के लिए धोखाधड़ी या प्रलोभन पर प्रतिबंध है. इन कानूनों के तहत, किसी भी व्यक्ति को किसी दूसरे धर्म में परिवर्तित करने के लिए झूठे वादे करने, गलत जानकारी देने या पैसे देने का प्रयास करना गैरकानूनी है. 

धर्म परिवर्तन कानून एक विवादास्पद विषय है. कुछ लोग इन कानूनों का समर्थन करते हैं, जबकि कुछ लोग इनका विरोध करते हैं. धर्म परिवर्तन कानून का समर्थन करने वाले लोगों का तर्क है कि ये कानून धर्म परिवर्तन की स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं. ये कानून जबरदस्ती धर्म परिवर्तन को रोकते हैं. धर्म परिवर्तन कानून का विरोध करने वाले लोगों का तर्क है कि ये कानून धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करते हैं. ये कानून अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाते हैं. कानून गैर-जरूरी हैं और इनका दुरुपयोग किया जा सकता है.  धर्म परिवर्तन कानून एक जटिल विषय है, जिसमें कई पक्ष हैं. यह महत्वपूर्ण है कि इस विषय पर सभी पक्षों के विचारों को ध्यान से समझा जाए.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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