Easter Sunday 2024: क्या है ईस्टर डे का इतिहास, जानें इस दिन का महत्व और मान्यता
Easter Sunday 2024: ईस्टर के त्योहार में यीशु मसीह के पुनरुत्थान की उत्सव और प्रार्थना की जाती है, और लोग अंडों के साथ खुशियों का उत्सव मनाते हैं. ईस्टर के मौके पर, धार्मिक और सामाजिक आयोजनों का आयोजन किया जाता है जो प्रेम और नए जीवन का संदेश देते हैं.
नई दिल्ली:
Easter Sunday 2024: ईस्टर का इतिहास बहुत प्राचीन है. यह ख्रीष्टीय धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है जो यीशु मसीह के उत्तरवास की उत्सव को मनाता है. इस त्योहार का प्रारंभ इस समय के लिए मसीह की मृत्यु और उत्तरवास के बाद के आधे दिन को मनाने से हुआ. बाइबिल के अनुसार, यीशु को यहूदी धर्मियों ने फासी के द्वारा सजा सुनाई जिसके बाद वे तीन दिनों बाद जीवित हो गए. ईस्टर का त्योहार इसी उत्तरवास के आगमन को याद करता है. इस अवसर पर, ईसाई समुदाय धार्मिक और सामाजिक आयोजनों का आयोजन करता है, जिसमें प्रार्थना, पर्वछांडी, और उत्सव शामिल होते हैं. ईस्टर का त्योहार हर साल बड़े ही उत्साह और प्रेम के साथ मनाया जाता है. लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशियों का उत्सव मनाते हैं, धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और अलग-अलग रंगीन तरीके से अपने घरों को सजाते हैं.
ईस्टर की मान्यता:
ईस्टर का त्योहार अधिकांश पश्चिमी दुनिया में, खुशियों और उत्साह के साथ मनाया जाता है. लोग आपस में शुभकामनाएं देते हैं, अलग-अलग तरीकों से खुशियों का उत्सव मनाते हैं, और अपने प्रियजनों को भेजे जाने वाले ईस्टर के अंडों का आनंद लेते हैं. विभिन्न देशों और संस्कृतियों में, ईस्टर का मनाने का अपना अपना अंदाज होता है. कुछ लोग धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं, जबकि अन्य लोग पारंपरिक रूप से गाने, नृत्य, और कला का आनंद लेते हैं. विभिन्न खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाता है, जिसमें मिठाईयाँ, केक, और अलग-अलग प्रकार के व्यंजन शामिल हो सकते हैं. सार्वजनिक स्थानों पर, ईस्टर के लिए विशेष आयोजन होते हैं जैसे कि पैरेड्स, मेले, और कलाकारों के प्रदर्शन. बच्चों के लिए ईस्टर का सबसे पसंदीदा हिस्सा अंडों का खोजा जाना है, जिसमें वे छुपे हुए अंडों को खोजते हैं जो बागों या घरों में छिपे होते हैं. इसके अलावा, कई स्थानों पर खेल और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं. सम्पूर्ण रूप से, ईस्टर एक प्रसन्न और उत्सवपूर्ण माहौल में मनाया जाता है जो प्रेम, समर्पण, और नई जीवन की आशा को प्रकट करता है. यह त्योहार मानवता के लिए नई शुरुआत का प्रतीक है और सभी के लिए खुशियों और आदर्शों का संदेश लेकर आता है.
ईस्टर क्या है और इसका महत्व:
ईस्टर हर साल गुड फ्राइडे के बाद रविवार को मनाया जाता है क्योंकि यह ईसा मसीह के पुनरुत्थान का प्रतीक है और ईसाई धर्म की सबसे महत्वपूर्ण शिक्षाओं में से एक है. ईसाइयों का मानना है कि सूली पर चढ़ाए जाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह मृतकों में से जीवित हो गए थे, इसलिए यह त्योहार ईसाइयों को याद दिलाता है कि ईसा मसीह के पुनरुत्थान के माध्यम से, वे मृत्यु को हरा सकते हैं और नया जीवन प्राप्त कर सकते हैं. ईस्टर प्रेम और त्याग का भी त्यौहार है. यह त्योहार ईसाइयों को याद दिलाता है कि ईसा मसीह ने मानवता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया.
ईस्टर कैसे मनाया जाता है:
चर्च में प्रार्थना: ईसाईयों का मानना है कि यीशु मसीह रविवार को मृतकों में से जी उठे थे. इसलिए, वे रविवार को चर्च में प्रार्थना करते हैं और यीशु मसीह के पुनरुत्थान का जश्न मनाते हैं.
ईस्टर अंडे: ईस्टर अंडे नए जीवन का प्रतीक हैं. ईसाईयों का मानना है कि यीशु मसीह के पुनरुत्थान ने एक नया जीवन शुरू किया.
ईस्टर बनी: ईस्टर बनी भी ईस्टर का एक लोकप्रिय प्रतीक है. यह बच्चों के लिए एक खुशी का प्रतीक है. ईस्टर बनी बच्चों के लिए चॉकलेट अंडे और अन्य उपहार लाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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