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यूपी कैबिनेट से मंत्री राजकिशोर सिंह और गायत्री प्रजापति बर्ख़ास्त, दोनों मंत्रियों पर आय से अधिक सम्पत्ति का आरोप

काफी समय से इन दोनों मंत्रियों के काम-काज पर सवालिया निशान खड़े हो रहे थे जिसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ये कार्रवाई की। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इस कार्रवाई को बड़ा फ़ैसला माना जा रहा है।

Updated on: 12 Sep 2016, 09:06 AM

New Delhi:

यूपी कैबिनेट के खनन मंत्री गायत्री प्रजापति और पंचायती राज मंत्री राजकिशोर सिंह को कैबिनेट से बर्ख़ास्त कर दिया गया है। काफी समय से इन दोनों मंत्रियों के काम-काज पर सवालिया निशान खड़े हो रहे थे जिसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ये कार्रवाई की। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इस कार्रवाई को बड़ा फ़ैसला माना जा रहा है। सीएम ने राज्यपाल राम नाइक को चिट्ठी लिखकर  प्रजापति को बर्ख़ास्त करने की मांग की है। दोनों मंत्रियों पर आय से अधिक सम्पत्ति के आरोप है।


गायत्री प्रजापति पर भ्रष्टाचार के आरोप-

अखिलेश सरकार के गायत्री प्रजापति के विरोध में पार्टी में सुगबुगाहट चल रही थी। वहीं विपक्षी पार्टी बसपा ने भी प्रजापति पर खनन माफ़ियाओं को शह देने का आरोप लगा रही थी। बीएसपी के मुताबिक यूपी सरकार अवैध खनन के मामलों से घिरी हुई है। इसके साथ ही विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी का ये कदम पार्टी की छवि सुधारने के लिए माना जा रहा है। गायत्री प्रजापति अमेठी से विधायक हैं। वहीं हाईकोर्ट ने सीबीआई को अवैध खनन पर जांच के आदेश दिया है। गायत्री प्रजापति मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते हैं।

एक ही घंटे में निकाले गए दोनों कैबिनेट मंत्री-

यूपी कैबिनेट से इन दोनों मंत्रियों को एक घंटे के अंदर बर्ख़ास्त कर दिया गया। पहले खनन मंत्री गायत्री प्रजापति और उसके कुछ ही देर के बाद राजकिशोर सिंह को भी हटा दिया गया। राजकिशोर सिंह के पास लघु सिंचाई, पशुधन और पंचायती राज विभाग थे। दोनों ही मंत्रियों पर आय से अधिक सम्पत्ति का आरोप काफ़ी समय से लग रहा था।