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EC ने जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ FIR दर्ज करने का दिया आदेश, चंद्रबाबू के खिलाफ की थी हिंसक बयानबाजी

जगनमोहन रेड्डी ने एक जनसभा में एन चंद्र बाबू नायडू पर विवादस्पद बयान देते हुए कहा था कि उन्हें गोली मार देनी चाहिए या फांसी पर लटका देना चाहिए।

Updated on: 23 Aug 2017, 04:35 PM

नई दिल्ली:

चुनाव आयोग ने जगनमोहन रेड्डी के कई बयानों को आपत्तिजनक और भड़काऊ पाते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्‍य चुनाव अधिकारी से उनके ख़िलाफ़ तुरंत एक्शन लेने को कहा है।

बता दें कि जगनमोहन रेड्डी ने एक जनसभा में आंध्रप्रदेश के सीएम एन चंद्र बाबू नायडू पर विवादस्पद बयान देते हुए कहा था कि उन्हें गोली मार देनी चाहिए या फांसी पर लटका देना चाहिए।

EC ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान इस तरह की अभद्र और भड़काऊ भाषा का प्रयोग हिंसा भड़का सकता है जो कि आदर्श आचार संहिता का उल्‍लंघन है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की राय है कि उनके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ की गयी हिंसक बयानबाजी के मामले में चुनाव आयोग ने खत लिखकर आंध्र निर्वाचन आयोग को कहा 'आयोग ने जगनमोहन रेड्डी की बदजुबानी का संज्ञान लिया है। इस तरह के हिंसक और भद्दे बयान से राज्य में हिंसा फैलने का डर है। आयोग ने जगनमोहन रेड्डी को कई बार चेताया लेकिन कुछ नहीं हुआ। ऐसे में आयोग सिफारिश करता है कि जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।'

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बता दें कि 4 अगस्त को उपचुनाव प्रचार के दौरान जगनमोहन रेड्डी ने कहा था, 'अगर आंध्र प्रदेश सीएम एन चंद्रबाबू नायडू को बीच सड़क पर गोली मार दी जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं।'

रेडडी कुरनूल ज़िले के ननदयाल गांव में उपचुनाव के लिए चुनाव रैली को संबोधित कर रहे थे। रेड्डी ने नायडू पर उनकी पार्टी के जीते हुए उम्मीदवार को बड़गला कर अपने पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया था।

चंद्रबाबू नायडू पर किए गए इस विवादित बयान को लेकर वहां के एक टीडीपी नेता ने रेड्डी के ख़िलाफ़ केस दर्ज़ कराया था।

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