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इन्हें माना जाता है भारत का सबसे डरावना रेलवे स्टेशन, जहां शाम होते ही आते हैं 'भूत'

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित नैनी जंक्शन को भूतिया स्टेशन माना जाता है. बता दें कि नैनी स्टेशन के पास ही नैनी जेल भी है. देश की आजादी में अहम योगदान देने वाले कई स्वतंत्रता सेनानी इसी जेल में बंद रहे हैं. नैनी जेल में बंद कैदियों को कई तरह की

Updated on: 23 Sep 2023, 03:17 PM

New Delhi:

भारतीय रेलवे के विशाल नेटवर्क और इसकी ट्रेनों के बारे में तो आप जानते ही होंगे. लेकिन इसके साथ ही भारतीय रेल का नाम कई रहस्यों के लिए भी जाना जाता है. जिसमें रेलवे के कई ऐसे स्टेशनों का नाम शामिल हैं जिन्हें आज भी लोग भूतिया मानते हैं. जहां शाम होने के बाद लोग जाने के नाम से भी कांपने लगते हैं. इसीलिए इन स्टेशनों पर शाम के बाद सन्नाटा पसर जाता है. आज हम आपको ऐसे ही कुछ स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं. जो भूतिया माने जाते हैं.

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कहां है भूतिया रेलवे स्टेशन
दरअसल, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित नैनी जंक्शन को भूतिया स्टेशन माना जाता है. बता दें कि नैनी स्टेशन के पास ही नैनी जेल भी है. देश की आजादी में अहम योगदान देने वाले कई स्वतंत्रता सेनानी इसी जेल में बंद रहे हैं. नैनी जेल में बंद कैदियों को कई तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ा था. यातनाओं की वजह से ही कई कैदियों की जेल में ही मौत हो गई. ऐसा माना जाता है कि नैनी स्टेशन पर आज भी कई स्वतंत्रता सैनियों की आत्माएं घूमती हैं. 

चित्तूर रेलवे स्टेशन
इसके बाद नंबर आता है आंध्र प्रदेश के भूतिया स्टेशन का. दरअसल, आंध्र प्रदेश का चित्तूर रेलवे स्टेशन भी भूतिया माना जाता है. इस रेलवे स्टेशन को भी डरावने रेलवे स्टेशनों की सूची में शामिल किया गया है. इस स्टेशन के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि बहुत समय पहले यहां हरी सिंह नामक एक सीआरपीएफ जवान ट्रेन से उतरा था. ट्रेन से उतरने के बाद आरपीएफ और टीटीई ने मिलकर उसे इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद से ही हरी सिंह की आत्मा इंसाफ के लिए रेलवे स्टेशन पर ही भटकती रहती है.

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मुलुंड रेलवे स्टेशन
इसके अलावा मुंबई का मुलुंड रेलवे स्टेशन भी भूतिया रेलवे स्टेशन माना जाता है. इस स्टेशन पर आने वाले यात्रियों और आस-पास रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें यहां लोगों के चीखने-चिल्लाने और रोने की आवाजें सुनाई देती हैं. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल का पुरुलिया जिले का एक रेलवे स्टेशन भी भूतिया माना जाता है. दरअसल, पश्चिम बंगाल के बेगुनकोदर रेलवे स्टेशन को भूतिया स्टेशन के नाम से जाना जाता है. भूतिया दावों की वजह से ही इस स्टेशन को 42 सालों तक बंद रखा गया. लेकिन 2009 में इस रेलवे स्टेशन को एक बार फिर से खोल दिया गया.

इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में भी एक भूतिया स्टेशन है जो बड़ोग रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है. ये स्टेशन सोलन में स्थित है जो कालका-शिमला रेल रूट पर पड़ता है. ये स्टेशन बहुत ही खूबसूरत है. बड़ोग रेलवे स्टेशन के बगल में एक सुरंग है. इस सुरंग का निर्माण एक ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल बड़ोग ने कराया था, लेकिन बाद में उन्होंने आत्महत्या कर ली थी. ऐसा माना जाता है कि कर्नल बड़ोग की आत्मा इस सुरंग में आज भी घूमती है.

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