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जम्मू कश्मीर : चोटीकटवा कांड पर अलगाववादियों ने घाटी में किया बंद का ऐलान, 7 इलाकों में धारा 144 लागू

जम्मू कश्मीर में चोटी कटने की अफवाह लगातार बढ़ रही है और अलगाववादी नेता इस आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। शुक्रवार को अलगाववादियों ने घाटी में बंद का ऐलान किया है।

Updated on: 21 Oct 2017, 11:03 AM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर में चोटी कटने की अफवाह लगातार बढ़ रही है और अलगाववादी नेता इस आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। शुक्रवार को अलगाववादियों ने घाटी में बंद का ऐलान किया है। जिसको देखते हुए एहतियात के तौर पर घाटी के सभी स्कूल-कॉलेज को बंद कर दिया गया है। 

कश्मीर यूनिवर्सिटी में होने वाली परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। नौहट्टा, खनयार, रैनावारी और मैसुमा समते 7 इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है।

दरअसल टेरर फंडिंग मामले में NIA की जांच अलगाववादी नेताओं की गर्दन तक पहुंच चुकी है। ऐसे में चोटी कटने की अफवाहों को हवा देकर यासिन मलिक और गिलानी जैसे नेता एक बार फिर से लोगों के साथ जुड़कर घाटी में नफरत और हिंसा फैलाना चाहते हैं।

घाटी में पिछले चार दिनों के भीतर चोटी कटने की घटनाओं की कई अफवाहें सामने आई हैं और इन्हीं अफवाहों को भुनाने के लिए अलगाववादियों ने लोगों को नए सिरे भड़काना शुरु कर दिया है।

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गौरतलब है कि कश्मीर के लोगों ने शुक्रवार को चोटीकटवा के शक में एक मानसिक रूप से रोगी व्यक्ति की पिटाई कर दी। गनीमत यह रही कि पुलिस ने उस व्यक्ति को सही वक्त पर बचा लिया।

पुलिस ने बताया कि उसे सूचना मिली थी कि यहां से 52 किलोमीटर दूर सोपोर के फल बाजार में स्थानीय लोगों की भीड़ ने कथित चोटीकटवा को घेर रखा है। सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची।

पुलिस ने बताया कि गुस्साई भीड़ को लग रहा था कि चोटी कटने की घटनाओं के पीछे उस व्यक्ति का हाथ है, इसलिए उसकी पिटाई की जा रही थी। अगर उसे समय पर नहीं बचाया जाता तो लोग उसे जान से भी मार देते।

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पुलिस के अनुसार कुछ शरारती तत्वों ने वहां घास में आग लगाकर चोटीकटवा के संदेह में पकड़े गए व्यक्ति को उसमें जलाने का भी प्रयास किया। वहीं कुछ लोगों ने उस पर ट्रैक्टर चढ़ाने की भी कोशिश की थी।

पीड़ित व्यक्ति का नाम वसीम अहमद है, लोगों की भीड़ ने इतना पीटा है कि उसकी हालत गंभीर है। उसे श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया है।
पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर घटना में शामिल लोगों की पहचान की है।

आपको बता दें कि कश्मीर के विभिन्न इलाकों में पिछले एक माह में 130 से अधिक चोटी कटने की घटनाएं हुई हैं। पुलिस इस संबंध में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस ने चोटीकटवा की जानकारी देने वाले को 6 लाख रुपये देने की घोषणा भी की है।

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