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BJP की सहयोगी पार्टी NPF के सांसद का गंभीर आरोप, हमें मणिपुर पर बोलने से रोका गया

पफोज ने कहा कि हम संसद में मणिपुर पर बोलना चाहते थे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि हां, हम बीजेपी के सहयोगी हैं ,लेकिन हमें अपने लोगों के लिए भी बोलना होगा. इतना ही नहीं पफोज ने कहा कि हमारे हाथ बंधे हुए हैं, हम बीजेपी के सहयोगी हैं, इसलिए  कुछ आदेशों का पालन करना होगा.

Updated on: 12 Aug 2023, 03:41 PM

नई दिल्ली:

मणिपुर मुद्दे पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने है. सत्ता पक्ष और विरोध दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. वहीं इस बीच भाजपा के सहयोगी दल नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के एक सांसद ने मणिपुर मुद्दे को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है. एनपीएफ सांसद लोरहो पफोज का आरोप है कि उन्हें मणिपुर मुद्दे पर संसद में बोलने से रोका गया. पफोज ने कहा कि हम संसद में मणिपुर पर बोलना चाहते थे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि हां, हम बीजेपी के सहयोगी हैं ,लेकिन हमें अपने लोगों के लिए भी बोलना होगा.

इतना ही नहीं पफोज ने कहा कि हमारे हाथ बंधे हुए हैं, हम बीजेपी के सहयोगी हैं, इसलिए  कुछ आदेशों का पालन करना होगा. पफोज के मुताबिक, बीजेपी ने मणिपुर मुद्दे को सही तरह से कंट्रोल नहीं किया. जिसके कारण मणिपुर में हालात खराब हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मणिपुर में अच्छा काम किया है. यहां तक कि पहाड़ी इलाकों में भी बहुत काम किया है. पर मौजूदा हालात में बीजेपी ने सही तरह से हालात को कंट्रोल नहीं किया. 

पीएम पर सवाल, राहुल गांधी की तारीफ
नागा पीपुल्स फ्रंट के सांसद लोरो एस पफोज ने पीएम मोदी के मणिपुर दौरा नहीं करने को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को वहां जाना चाहिए था. लोगों से मुलाकात कर जख्मों पर मरहम लगाना चाहिए था. आज हमें मरहम लगाने की जरूरत है. सांसद पफोज ने राहुल गांधी के दौरे की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भले ही दूसरे खेमे के नेता हैं, लेकिन जिस तरह उन्होंने मणिपुर का दौरा किया और लोगों से मुलाकात की उससे मैं खासा प्रभावित हूं. इस समय इसकी सख्त आवश्यकता है. 

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राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हुआ
एनपीपी सासंद पफोज ने कहा कि मैं हमेशा से कह रहा हूं कि इसमें बाहरी आक्रामक तत्व भी शामिल है. जैसा कि गृहमंत्री के बयानों से भी साफ होता है.  मणिपुर में राष्ट्रीय सुरक्षा से भी समझौता किया गया है. न केवल मणिपुर बल्कि पूरे देश को बचाना हमारे लिए महत्वपूर्ण है. समस्या का हमेशा के लिए हल करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कोई ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए. एनपीपी नेता ने कहा कि यह आग कहां से आ रही है. मैंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया था कि कुछ एजेंसियां अलग-अलग कहानी गढ़ने की कोशिश कर रही हैं कि कुकी उग्रवादी शिविरों में शरण लिए हुए हैं. उनके पास आधुनिक हथियार हैं. इससे मणिपुर के लोगों को संदेह पैदा हो रहा है. आखिर ऐसा माहौल क्यों बनाया जा रहा है.