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भारत के 49वें CJI बने जस्टिस यूयू ललित, राष्ट्रपति मुर्मू ने दिलाई शपथ

भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस यूयू ललित (Justice Uday Umesh Lalit) ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) ने उन्हें सीजेआई पद की शपथ दिलाई. उन्होंने राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में...

Updated on: 27 Aug 2022, 11:09 AM

highlights

  • जस्टिस यूयू ललित ने भारत के 49वें सीजेआई पद की शपथ ली
  • बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे जस्टिस यूयू ललित
  • सीजेआई के तौर पर कार्यकाल महज 75 दिनों का

नई दिल्ली:

भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस यूयू ललित (Justice Uday Umesh Lalit) ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) ने उन्हें सीजेआई पद की शपथ दिलाई. उन्होंने राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. इस दौरान राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे. जस्टिस यूयू ललित का कार्यकाल महज 75 दिनों का होगा. इसके बाद वो रिटायर्ड हो जाएंगे. इतने कम समय के लिए सीजेआई (Chief Justice of India) बनना भी बेहद महत्वपूर्ण है.

 

क्रिमिनल लॉ स्पेशलिस्ट रहे हैं सीजेआई यूयू ललित

जस्टिस उदय उमेश ललित क्रिमिनल लॉ के स्पेशलिस्ट रहे हैं. वो वकील से सीधे जज बने थे. साल 2014 में उन्हें बार से सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में मनोनीत किया गया था. खास बात ये है कि तीन पीढ़ियों से उनके घर में वकालत का ही दबदबा रहा है. जस्टिस यूयू ललित ने संवैधानिक पीठ को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है. उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि उनके कार्यकाल में ऐसी संवैधानिक पीठ हो, जो कम से कम 1 साल तक काम कर सके.

अयोध्या मामले से खुद को कर लिया था अलग

जस्टिस यू यू ललित कभी यूपी के सीएम रहे कल्याण सिंह के वकील रहे थे. बाबरी ढहाए जाने के मामले में उन्होंने कोर्ट में कल्याण सिंह का बचाव किया था. जस्टिस यूयू ललित ने इसी बात को याद करते हुए खुद को अयोध्या मामले से अलग कर लिया था. उनका कहना था कि इससे फैसले पर भी असर पड़ता. क्योंकि उन्होंने किसी ऐसे व्यक्ति के लिए वकालत की थी, जो इस मामले से जुड़ा रहा था. बता दें कि जस्टिस उदय उमेश ललित 2021 में राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे हैं. वो सुप्रीम कोर्ट की लीगल सर्विस कमेटी के सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

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अगले सीजेआई के नाम पर लग चुकी है मुहर

जानकारी के मुताबिक, जस्टिस यूयू ललित के पास सीजेआई के तौर पर कम ही समय होगा. उन्हें सीजेआई रमना ने अपना उत्तराधिकारी चुना था. रमना शुक्रवार को अपने पद से रिटायर हो गए. महज 75 दिनों के कार्यकाल को शुरुआत करने से पहले ही उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के नाम पर मुहर लगा दी है. जस्टिस यूयू ललित के बाद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे. वो दो साल तक इस पद पर रहेंगे.