'नीच' बयान पर बोले मणिशंकर अय्यर, मेरी वजह से कांग्रेस को नुकसान पहुंचा तो दंड भुगतने को तैयार
गुरुवार की रात पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नीच' कहने को लेकर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
नई दिल्ली:
कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि अगर उनके बयान से पार्टी को नुकसान पहुंचा है तो वो सज़ा भुगतने को तैयार है।
आगे उन्होंने कहा, 'यदि कांग्रेस को मेरे बयान की वजाह से कोई नुकसान हुआ है तो मुझे बेहद दुख है। मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था। कांग्रेस पार्टी मुझे जो भी दंड देना चाहती है दे सकती है। मैं हर तरह का दंड स्वीकारने को तैयार हूं।'
हालांकि कांग्रेस ने पहले ही गुरुवार की रात पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नीच' कहने को लेकर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
बता दें कि अय्यर ने प्रधानमंत्री को एक 'नीच आदमी' कहा था। उन्होंने इस शब्द का प्रयोग मोदी का भाषण सुनने के बाद आक्रोश में आकर कहा।
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मोदी ने अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में राहुल गांधी का नाम न लेते हुए कहा कि 'कुछ लोगों को इस समय बाबा साहेब के बजाय भोले बाबा याद आते हैं।' उनकी यह टिप्पणी राहुल के मंदिरों में जाने के संदर्भ में थी, जो अय्यर को नागवार गुजरी।
बाद में राहुल गांधी के ट्वीट करने के बाद अय्यर ने माफी मांगी। राहुल ने ट्वीट किया कि कांग्रेस पार्टी ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करती और आशा करती है कि अय्यर माफी मांगेंगे।
अय्यर ने कहा कि वह 'नीच' शब्द के वास्तविक निहितार्थ को समझ नहीं सके। उन्होंने इसका इस्तेमाल एक हिंदी भाषी वक्ता के रूप में नहीं किया था।
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साथ ही साफ शब्दों में कि उन्होंने मोदी को 'लो बॉर्न' (निम्न जाति में पैदा हुआ) नहीं कहा था। गुरुवार सुबह की गई अपनी टिप्पणी को लेकर बवाल मचने के बाद मणिशंकर अय्यर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "मेरा अभिप्राय कतई 'लो बॉर्न' नहीं था। अंग्रेजी भाषा के 'लो' (नीच) और 'लो बॉर्न' में अंतर है लेकिन हिंदी में अगर 'लो' मतलब 'लो बॉर्न' है तो मैं माफी मांगता हूं।"
मणिशंकर अय्यर के इस बयान को बीजेपी और पीएम मोदी ने गुजरात चुनाव की रैली के दौरान धावा बोलने के लिए किया। प्रधानमंत्री ने 'आदमी' की जगह 'जाति' शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि उन्हें 'नीच जाति' का बताकर गुजरातियों का अपमान किया गया है, विधानसभा चुनाव में गुजरात के लोग कांग्रेस के खिलाफ मतदान कर उन्हें (अय्यर को) मुंहतोड़ जवाब देंगे।
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