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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आडवाणी और जोशी को आने का न्योता, VHP नेताओं ने घर पहुंचकर किया आग्रह

इससे पहले वीएचपी नेता चंपत राय ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को नहीं आने का आग्रह किया था. उनकी बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए चंपत राय ने अयोध्या नहीं आने की अपील की थी.

Updated on: 19 Dec 2023, 05:30 PM

नई दिल्ली:

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में अब 1 महीने का समय बचा है. अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा होना है. इसको लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है. इस बैठक के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. इसके अलावा कई और गणमान्य लोग भी इसमें शामिल होंगे. इस बीच राम मंदिर आंदोलन के अगुआ और नेतृत्वकर्ता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को राम जन्मभूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता मिला है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेताओं ने उनके घर जाकर उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपा है. लालकृष्ण आडवाणी ने इस पत्र को स्वीकार किया है. इस बात की जानकारी खुद विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने दी. 

निमंत्रण देने के बाद VHP के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार x पर लिखा ''राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी और आदरणीय डॉ मुरली मनोहर जोशी जी को अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया. रामजी के आंदोलन के बारे में बात हुई. दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वह आने का पूरा प्रयास करेंगे"

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ये लोग होंगे शामिल

22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के तौर पर शामिल होंगे. इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, समेत कई धार्मिक संगठनों के साधु संत भी हिस्सा लेंगे. अयोध्या के कारसेवकपुरम में 1000 लोगों के लिए रैनबसेरा टाइप में रुकने की व्यवस्था होगी. इसके अलावा 850 लोगों को अस्थायी टेंट में ठहराया जाएगा. इससे अलग धर्मशाला और होटलों में भी बड़ी संख्या में लोग रुकेंगे.