ISRO ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया 100वां सैटेलाइट Cartosat-2
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो एक और इतिहास रचने वाला है।अब से कुछ ही देर में इसरो अपने 100वें उपग्रह को प्रक्षेपण (लॉन्च) करेगा।
highlights
- इसरो कुछ ही देर में अपना 100वां उपग्रह को लॉन्च करेगा
- सुबह नौ बजकर 28 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच होगा
नई दिल्ली:
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो एक और इतिहास रचने वाला है।अब से कुछ ही देर में इसरो अपने 100वें उपग्रह को लॉन्च करेगा।
इसरो का 100वां सैटेलाइट कार्टोसैट-2 श्रृंखला का मौसम उपग्रह और 30 अन्य उपग्रह शुक्रवार सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च होंगे।
LIVE UPDATES:
# विदेशी सैटेलाइट्स भी एक के बाद एक हो रहे कक्षा में स्थापित
# कार्टोसैट-2 कक्षा में हुआ स्थापित
# कार्टोसैट-2 रॉकेट से हुआ अलग
# चौथे चरण के इजन का इग्निशन बंद किया गया
# हीट शील्ड रॉकेट से हुआ अलग
# चौथे चरण के अंत में पहुंच रही उड़ान
# तीनों चरण सामान्य रुप से हुए अलग
# अब तक की उड़ान सामान्य
# PSLV ने उड़ान भरी
#28 विदेशी सैटेलैइट्स भी अंतरिक्ष में ले जाएगा जिसमें अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, साउथ कोरिया और फिनलैंड के सैटेलाइट्स शामिल हैं।
# PSLV अपनी 42वीं उड़ान में 'Cartosat-2' सीरीज़ के तीसरे सैटेलाइट को अंतरिक्ष में लॉन्च करेगा।
भारतीय उपग्रहों में एक 100 किलोग्राम का माइक्रो सैटेलाइट और एक पांच किलोग्राम का नैनो सैटेलाइट शामिल है। बाकी 28 सैटेलाइट कनाडा, फिनलैंड, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका के हैं। 31 उपग्रहों का कुल वजन 1,323 किलोग्राम है।
और पढ़ें: दक्षिण चीन सागर में वियतनाम ने दिया भारत को निवेश प्रस्ताव, भड़का चीन
इसरो के अधिकारियों के मुताबिक 30 सैटेलाइट को 505 किलोमीटर की सूर्य की समकालीन कक्ष (एसएसओ) में प्रक्षेपित किया जाएगा। एक माइक्रो सैटेलाइट 359 किलोमीटर की एसएसओ में स्थापित किया जाएगा। इस पूरे लॉन्च में दो घंटे 21 सेकेंड का वक्त लगेगा।
इससे पहले भी इसरो एक साथ 104 सैटेलाइट का प्रक्षेपण कर विश्व रिकॉर्ड बना चुका है।
और पढ़ें: बजट से पहले सरकार ने लगाई FDI सुधारों की झड़ी, एयरलाइंस, कंस्ट्रक्शन-रिटेल में बढ़ी निवेश की लिमिट
PSLV-C40 में C-40 नंबर है। इसरो पीएसएलवी की फ्लाइट को एक नाम देता है। ये उनके क्रम के आधार पर होता है। पहली बार 1993 में पीएसएलवी ने पहली लॉन्चिंग की थी लेकिन वह असफल रही थी। उसके बाद पिछले 24 साल से पीएसएलवी हर बार सफर रहा सिर्फ 31 अगस्त 2017 के। 31 अगस्त 2017 को पीएसएलवी- C-39 की लॉन्चिंग असफल रही थी।
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Kya Kehta Hai Hinduism: हिंदू धर्म में क्या है मुस्लिमों का स्थान, सदियों पुराना है ये इतिहास
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी पर अपनी राशि के अनुसार जपें मंत्र, धन वृद्धि के बनेंगे योग