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Minor terrorist: खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट, नाबालिग आतंकी बड़ा खतरा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नाबालिग आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए तैयार हैं. उन्हें इस तरह की ट्रेनिंग भी मिल रही है। इस तरह से ये आसानी से एक ही बार में 15-20 लोगों को मार सकते हैं.  

Updated on: 09 Jun 2023, 11:10 PM

highlights

  • अमरनाथ यात्रा पर कर सकते हैं आतंकी हमला
  • देश भर में अलग अलग आतंकी माड्यूल की जांच में खुलासा 

नई दिल्ली:

सुरक्षा एजेंसियों के सामने नई चुनौती सामने आ गई है. इस समय एजेंसियों के रडार पर आने वाले ज्यादातर आतंकी कम उम्र के किशोर हैं. इनमें से अधिकतर 18 साल से कम उम्र के हैं. ऐसे आतंकी छोटे समूहों में देश भर कहीं भी हो सकते हैं. खास बात ये है कि ये नाबालिग बेहद खतरनाक हैं. ये सुरक्षा बलों और संस्थानों के खिलाफ नफरत    लिए हुए हैं. इसके साथ टेक सेवी भी हैं. मीडिया रिपोर्ट में ये नाबालिग आतंकी हमलों  को अंजाम देने को तैयार हैं. इनको इस तरह से ट्रेनिंग दी जाती है कि ये आसानी से एक बार में 15-20 लोगों को मारने में सक्षम हैं.  

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये नाबालिग अधिकतर सीरिया और अफगानिस्तान में स्थित हैंडलर्स के संपर्क में बने रहते हैं. इस तरह के समूह आसानी से उपलब्ध विस्फोटक सामग्री, जिसकी कीमत करीब 5,000 से 8,000 रुपये तक है, इनका उपयोग कर बम तैयार करने में काफी एक्सपर्ट हैं. मीडिया​ रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोटक और आईईडी बनाने को लेकर इंटरनेट पर इन्हें आसानी से मिल जाती है. इस तरह से विस्फोटक  बनाना इनके लिए आसान हो जाता है. 

ज्यादातर आतंकी समूह सोशल मीडिया के जरिए इन्हें पहचानते हैं. इन लड़कों को पैसे पैसे और प्रसिद्धि के लालच में काम करने को प्रेरित किया जाता है. इसका कारण है कि खुफिया एजेंसियों के रडार से बचने को लेकर उन्हें जानबूझकर चुना जाता है. इस कारण है कि उन्हें मामूली सजा मिलती है. 

इस मामले में किशोर बड़ी आसानी से ऑनलाइन कट्टरता का शिकार हो जाते हैं. उन्हें आतंकवादी गतिविधियों को लेकर प्रेरित और वफादार ओवर ग्राउंड वर्कर्स के रूप में  देखा जाता है. आतंकी समूह इन किशोरों की ऑनलाइन पहचान आसानी से कर लेता है.  कई बार हैंडलर इन किशोरों से सीधे व्हाट्सएप पर संपर्क साधने की कोशिश करते हैं. उन्हें पहले नशीले पदार्थों से जोड़ा जाता है. इन्हें ड्रग्स पैडलर्स के तौर पर उपयोग किया जाता है. पैसे की लत लगाकर इनका आगे उपयोग किया जाता है.