logo-image

चुनाव में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव पर सोनिया गांधी ने दिया ऐसा बयान

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Indian National Congress President Sonia Gandhi)ने बुधवार को लोकसभा में मोदी सरकार पर करारा प्रहार किया. उन्होंने केन्द्र सरकार पर सोशल मीडिया के जरिए लोकतंत्र को हैक करने का आरोप लगाया.

Updated on: 16 Mar 2022, 04:36 PM

highlights

  • चुनावों में एक पार्टी को फायदा पहुंचाने का लगाया आरोप
  • सोशल मीडिया के जरिए लोकतंत्र को क्या जा रहा है हैक
  • सभी दलों को एक जैसा अवसर नहीं दे रहीं सोशल मीडिया

नई दिल्ली:

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Indian National Congress President Sonia Gandhi)ने बुधवार को लोकसभा (Loksabha) में मोदी सरकार पर करारा प्रहार किया. उन्होंने केन्द्र सरकार पर सोशल मीडिया  (Social Media)के जरिए लोकतंत्र (Democracy)को हैक करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि फैसबुक (Facebook) और ट्वीटर (Twitter) जैसी विश्व की बड़ी सोशल मीडिया कंपनियों का इस्तेमाल राजनीतिक एजेंडा सेट करने के लिए किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय चुनाव प्रणाली में सोशल मीडिया के प्रभाव को कम करने के लिए सरकार से कदम उठाने की भी मांग की. 


सोशल मीडिया कंपनियों का रवैया लोकतंत्र के लिए खतरनाक
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि फेसबुक जिस तरह से सत्ता प्रतिष्ठान की मिलीभगत से सामाजिक समरसता भंग कर रहा है, वह हमारे लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. उन्होंने कहा कि यह बार-बार सार्वजनिक रूप से सामने आ चुका है कि वैश्विक सोशल मीडिया कंपनियां सभी दलों को एक समान अवसर प्रदान नहीं कर रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि फेसबुक द्वारा सत्तारूढ़ प्रतिष्ठान की मिलीभगत से जिस तरह से सामाजिक सद्भाव को भंग किया जा रहा है, वह हमारे लोकतंत्र के लिए खतरनाक है.

सोनिया गांधी ने आगे कहा कि इस तरह की कई रिपोर्ट सामने आ चुकी है, बड़े निगमों, सत्ता प्रतिष्ठान और फेसबुक जैसे वैश्विक सोशल मीडिया दिग्गजों के बीच बढ़ते गठजोड़ से पर्दा उठाया गया है. उन्होंने कहा कि ये सोशल मीडिया कंपनियां युवाओं से लेकर बूढ़े लोगों तक के दिमाग में दुष्प्रचार के जरिए नफरत भर रही है. सोनिया गांधी ने कहा कि मैं सरकार से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की चुनावी राजनीति में फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया दिग्गजों के व्यवस्थित प्रभाव और हस्तक्षेप को समाप्त करने का आग्रह करती हूं. उन्होंने कहा कि यह पार्टियों और राजनीति से परे है. सोनिया गांधी ने कहा कि हमें लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव की रक्षा करने की आवश्यकता है, भले ही सत्ता में कोई भी हो.