CISF ने संभाली RSS मुख्यालय की सुरक्षा, 150 सुरक्षाकर्मियों की हुई तैनाती
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने एक सितंबर 2022 से आरएसएस (RSS) मुख्यालय की सुरक्षा अपने हाथ में ले ली है.
highlights
- SRPF करीब 15 वर्षों से संघ मुख्यालय को सुरक्षा मुहैया करा रही
- खतरे की आशंका के कारण जेड प्लस सुरक्षा देने का निर्णय
- सीआईएसएफ की टीम का नेतृत्व उपायुक्त रैंक के अधिकारी करेंगे
नई दिल्ली:
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने एक सितंबर 2022 से आरएसएस (RSS) मुख्यालय की सुरक्षा अपने हाथ में ले ली है. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की एक टुकड़ी ने नागपुर के महल इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय हेडगेवार भवन की सुरक्षा संभाल ली है. सीआईएसएफ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को जेड प्लस सुरक्षा भी दी गई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कल शाम पहुंचे. अधिकारियों के साथ करीब 150 सुरक्षा कर्मियों ने राज्य रिजर्व पुलिस बल एसआरपीएफ (SRPF) और नागपुर पुलिस की जगह ले ली. SRPF करीब 15 वर्षों से संघ मुख्यालय को सुरक्षा मुहैया करा रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आरएसएस मुख्यालय और मोहन भागवत पर खतरे की आशंका के कारण जेड प्लस सुरक्षा देने का निर्णय लिया है.
उपायुक्त रैंक के अधिकारी करेंगे नेतृत्व
सीआईएसएफ की टीम का नेतृत्व उपायुक्त रैंक के अधिकारी करेंगे. सुरक्षा कर्मियों को फिलहाल मुख्यालय के पास एक स्कूल में ठहरने की व्यवस्था है. जून 2006 को लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकियों को पुलिस ने तब मार गिराया था, जब उन्होंने आरएसएस मुख्यालय में प्रवेश की कोशिश की थी.
जैश ए मोहम्मद के आतंकी को गिरफ्तार किया
इस साल मई के माह में पुलिस ने आरएसएस मुख्यालय की रेकी के मामले में कश्मीर से जैश ए मोहम्मद के आतंकी को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आतंकी ने आरएसएस मुख्यालाय की रेकी कर उसका वीडियो तैयार किया था. इसके बाद उसे पाकिस्तान में बैठे अपने एक हैंडलर को भेज दिया था. आतंकी ने इसके अलावा डॉ हेडगेवार स्मृति मंदिर की भी रेकी की थी. पुलिस की पूछताछ में उसने नागपुर में रेकी की बात मानी थी. इसके बाद उस पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधीनियम के तहत विभन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Kya Kehta Hai Islam: मृत्यु के बाद क्या होता है आत्मा के साथ, इस्लाम धर्म में छिपा है मौत के बाद का पूरा सच
-
Bahai Religion: बहाई धर्म क्या है, जानें दुनिया का सबसे नया धर्म कब और कैसे आया
-
Shani Jayanti 2024: ये 4 राशियां हैं शनिदेव को बहुत प्रिय, शनि जयंती से इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन!
-
बड़ी रोचक है Somnath Jyotirlinga की कहानी, बहुत कम ही लोग जानते होंगे ये दिलचस्प बातें