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Omicron के बीच Bird Flu का खतरा, विदेशों से आए पक्षी फैला रहे वायरस

राज्य के पशुपालन विभाग द्वारा कुछ नमूनों में बर्ड फ्लू (H5N1) की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार ने पिछले सप्ताह अलापुझा जिले में अलर्ट जारी किया था. ठाकाझी ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर 10 में शुक्रवार को कुल 12,000 बत्तखों मार दिया गया था.

Updated on: 15 Dec 2021, 11:43 AM

highlights

  • देश में एक बार फिर बर्ड फ्लू (Bird Flu) का खतरा
  • केरल के कोट्टायम जिले में तीन मामले सामने आए
  • नमूने को भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भेजे गए

तिरुवनंतपुरम:

देश में एक बार फिर बर्ड फ्लू (Bird Flu) का खतरा मंडराने लगा है. केरल के कोट्टायम जिले के वेचुर, अयमानम और कल्लारा पंचायतों में तीन मामले सामने आए हैं. नमूने को भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भेजे गए हैं. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए बुधवार से बत्तखों और अन्य पक्षियों को मारना शुरू किया जाएगा.  उन्होंने कहा कि 25,000 पक्षियों को मारा जाएगा. यह दक्षिणी राज्य में एवियन फ्लू की एक ताजा मामला है जहां पिछले कुछ हफ्तों में बतख और अन्य पालतू पक्षी मर रहे हैं. फिलहाल प्रशासन ने बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट कर दिया है. 

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राज्य के पशुपालन विभाग द्वारा कुछ नमूनों में बर्ड फ्लू (H5N1) की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार ने पिछले सप्ताह अलापुझा जिले में अलर्ट जारी किया था. ठाकाझी ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर 10 में शुक्रवार को कुल 12,000 बत्तखों मार दिया गया था. अलापुझा जिला कलेक्टर ने एक आपात बैठक की अध्यक्षता की थी और बर्ड फ्लू को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकने के लिए कार्रवाई तेज करने का निर्णय लेने के बाद यह निर्णय लिया गया था. 
कुल 140 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे और 26 सैंपल बर्ड फ्लू के पॉजिटिव पाए गए थे. किसान अलापुझा में बड़े पैमाने पर बत्तख पालते हैं, जिसके परिणामस्वरूप नियमित रूप से बर्ड फ्लू के मामले सामने आते हैं. अन्य देशों के पक्षी कथित तौर पर वायरस फैलाने के लिए जिम्मेदार होते हैं.

किसानों के लिए बत्तख पालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय

अलापुझा और कोट्टायम में बत्तख पालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है और जल पक्षी के अंडे और मांस की उच्च मांग है. आमतौर पर मुर्गी की तुलना में बत्तखों अधिक कीमत होती है. फिलहाल जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में बत्तख, मुर्गी, बटेर और घरेलू पक्षियों के अंडे, मांस और खाद के उपयोग और बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. यह प्रतिबंध चंपाकुलम, नेदुमुडी, मुत्तर, वियापुरम, करुवट्टा, थ्रीकुन्नपुझा, थकाझी, पुरक्कड़, अंबालापुझा दक्षिण, अंबालापुझा उत्तर, एडथवा पंचायतों और हरिप्पद नगर पालिका क्षेत्र में लागू होगा.