logo-image

संदेशखाली में CBI की बड़ी कार्रवाई, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद, ममता सरकार ने जांच को SC में दी चुनौती

ममता सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, हाई कोर्ट ने सीबीआई को छापेमारी करने का आदेश दिया था. इसी आदेश के खिलाफ ममता सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है.

Updated on: 26 Apr 2024, 07:00 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में संदेशखाली मुद्दे पर केंद्रीय जांच ब्यूरो एजेंसी सीबीआई ने शुक्रवार को जांच करते हुए छापेमारी की, जिसमें कथित तौर पर एक टीएमसी नेता के रिश्तेदार के घर से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है. इसके बाद मौके पर एनएसजी की बॉम्ब स्क्वाड पहुंच गई है. वहीं, सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ बंगाल सरकार सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. ममता सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, हाई कोर्ट ने सीबीआई को छापेमारी करने का आदेश दिया था. इसी आदेश के खिलाफ ममता सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बीआर गवाई की बेंच इस याचिका पर 29 अप्रैल को सुनावई करेगी.

बड़ी मात्रा में हथियार बरामद
दरअसल, शुक्रवार को केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ सीबीआई की टीम, संदेशखाली ब्लॉक के सरबेरिया इलाके में तलाशी करने पहुंची थी. सीबीआई की टीम ने जब छापेमारी की तो घर के मालिक की पहचान स्थानीय टीएमसी पंचायत सदस्य हफीजुल खान के एक रिश्तेदार के रूप में हुई. घर के भीतर कई विस्फोटक सामान और बम रखे हुए थे. इसकी जानकारी सीबीआई ने एनएसजी को भी दी. एनएसजी बम स्क्वॉर्ड की टीम लेकर पहुंच गई. जहां से बड़ी मात्रा में हथियार और बम बरामद किए गए. 

यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव में प्रचार करेंगीं CM केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, आप को कितना मिलेगा लाभ

संदेशखाली में 1 जून को चुनाव

बता दें कि संदेशखाली बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है और यहां आखिरी चरण में यानी 1 जून को लोकसभा चुनाव होना है. इस सीट से बीजेपी ने संदेशखाली की पीड़िता रेखा पात्र को चुनावी मैदान में उतारा है.  वहीं, संदेशखाली कांड के मास्टरमाइंड व निलंबित तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उसके गुर्गों की पीड़िता हैं. तीनों आरोपि शाहजहां शेख, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार जेल में बंद हैं.