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भारत में मेटल पार्ट्स का उत्पादन करने के लिए इंडो-एमआईएम से जुड़ा एचपी

भारत में मेटल पार्ट्स का उत्पादन करने के लिए इंडो-एमआईएम से जुड़ा एचपी

Updated on: 22 Apr 2024, 01:45 PM

नई दिल्ली:

मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देते हुए, पीसी और प्रिंटर प्रमुख एचपी ने सोमवार को कहा कि उसने भारत में बड़े पैमाने पर मेटल 3डीपी पार्ट्स को बनाने के लिए मेटल इंजेक्शन मोल्डिंग (एमआईएम) कंपनी इंडो-एमआईएम के साथ साझेदारी की है।

एचपी की 3डीपी टेक्नोलॉजी के साथ, इंडो-एमआईएम ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस, डिफेंस, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और मेडिकल इक्विपमेंट सेगमेंट जैसे सेक्टर के लिए 3डी-प्रिंटेड हाई-प्रिसिशन मेटल पार्ट्स का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन करेगा।

कंपनी के अनुसार, इंडो-एमआईएम की बेंगलुरु फैसिलिटी में स्थापित ये मशीनें घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करेंगी।

एचपी के पर्सनलाइजेशन और 3डी प्रिंटिंग के अध्यक्ष सावी बवेजा ने कहा, हम लोकल स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग और दुनिया भर में एक्सपोर्ट कर भारत में मेटल पार्ट्स के प्रोडक्शन में बदलाव लाने के लिए तैयार हैं।

इस साझेदारी के हिस्से के रूप में, इंडो-एमआईएम ने तीन एचपी मेटल जेट एस100 प्रिंटर में निवेश किया है।

इसके दो एडवांस मेटल जेट एस100 प्रिंटर भारतीय ग्राहकों को स्थानीय समर्थन प्रदान करेंगे और प्रोडक्शन का विस्तार करेंगे।

उनमें से एक नए मटेरियल डेवलपमेंट पर फोकस करेगा, जबकि दूसरा भारत, मध्य पूर्व और बाकी एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ग्राहकों के लिए एप्लिकेशन डेवलपमेंट और कैटरिंग को बढ़ावा देगा।

तीसरा प्रिंटर अमेरिका में इंडो-एमआईएम फैसिलिटी में स्थापित किया गया है।

इंडो-एमआईएम के सीईओ कृष्णा चिवुकुला जूनियर ने कहा, एचपी का मेटल जेट एस100 प्रिंटर हमें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस करता है, जिससे हम अपने कस्टमर्स की बढ़ती डिमांड को पूरा करने में सक्षम होते हैं, साथ ही एचपी प्रिंटर प्लेटफॉर्म पर क्वालीफाइड मटेरियल की लाइब्रेरी का विस्तार भी करते हैं।

कंपनी ने कहा कि इस साझेदारी के जरिए, एचपी की एडवांस टेक्नोलॉजी इंडो-एमआईएम को भारतीय और अमेरिकी दोनों बाजारों के लिए टॉप क्वालिटी वाले मेटल पार्ट्स बनाने में सक्षम बनाती है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.