logo-image

'विजय दिवस' पर निर्मला सीतारमण ने 1971 के युद्ध में शहीद हुए भारतीय हीरो को दी श्रद्धांजलि

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सशस्त्र बल के कई उच्च अधिकारियों ने शनिवार को विजय दिवस के अवसर पर 1971 के भारत- पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।

Updated on: 17 Dec 2017, 06:43 AM

highlights

  • 'विजय दिवस' 1971 में भारत के पाकिस्तान के ऊपर युद्ध में मिली जीत का जश्न
  • 16 दिसंबर 1971 को करीब 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने किया था सरेंडर
  • पाकिस्तान पर विजय के बाद बांग्लादेश के बनने का रास्ता साफ हुआ था

नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सशस्त्र बल के कई उच्च अधिकारियों ने शनिवार को विजय दिवस के अवसर पर 1971 के भारत- पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।

1971 के युद्ध में भारत का पाकिस्तान पर विजय के बाद बांग्लादेश के बनने का रास्ता साफ हुआ था।

शनिवार को इंडिया गेट में अमर जवान ज्योति पर निर्मला सीतारमण के अलावा, आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत, एयर स्टाफ प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोहा, भारतीय नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।

रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा, 'विजय दिवस के अवसर पर देश 1971 के भारत- पाकिस्तान के युद्ध में जवानों के साहस और त्याग को याद कर रहा है, जिससे भारत ने पाकिस्तान के ऊपर शानदार जीत दर्ज की थी।'

विजय दिवस के अवसर पर रक्षा मंत्री नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सतपुरा के साथ भारते के पूर्वी तट पर पहुंची। उन्हें जहाज की क्षमताओं और कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया।

बता दें कि हर साल इसी दिन 'विजय दिवस' भारत के पाकिस्तान के ऊपर युद्ध में मिली जीत के जश्न के लिए मनाया जाता है, जिससे बांग्लादेश का उदय हुआ था।

16 दिसंबर 1971 को करीब 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने सफेद झंडा खड़ा कर दिया और भारतीय सेना के सामने सरेंडर कर दिया था।

और पढ़ें: गुजरात-हिमाचल चुनाव नतीजों से पहले विपक्ष के निशाने पर EVM मशीन