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वंदेमातरम विवाद पर बोले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, मां को नहीं, तो क्या अफजल को सलाम करेंगे ?

वेंकैया नायडू ने कहा, 'वंदेमातरम का मतलब होता है मां तुझे सलाम। क्या समस्या है? अगर मां को सलाम नहीं करेंगे तो किसको करेंगे, अफजल गुरु को करेंगे क्या?'

Updated on: 08 Dec 2017, 10:06 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् को गाने पर मचे बवाल में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी अपना पक्ष रखा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर हम मां को सलाम नहीं करेंगे तो किसको करेंगे।

एक कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति ने कहा, 'अगर मां को सलाम नहीं करेंगे तो क्या अफजल गुरु को सलाम करेंगे?' उन्होंने आशचर्य जताया कि कुछ लोग इसे गाने के लिए मना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'वंदेमातरम का मतलब होता है मां तुझे सलाम। क्या समस्या है? अगर मां को सलाम नहीं करेंगे तो किसको करेंगे, अफजल गुरु को करेंगे क्या?'

बता दें कि अफजल गुरु संसद भवन पर हमले का दोषी था। इस हमले के लिए उसे फांसी की सजा दी गई थी। हमला दिसंबर 2001 में हुई थी। नायडू ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि हिन्दू धर्म 'हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा' है।

उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि कुछ लोग इसे संकीर्ण अर्थ देते हुए देशभक्ति और राष्ट्रवाद पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं।

नायडू ने कहा, 'मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि भारत माता की जय कहने का मतलब एक फोटो की जय नहीं है। इसका मतलब है कि भारत में रह रहे सभी लोगों की जय है।'

वेंकैया का यह बयान तब आया है, जब हाल ही में यूपी निकाय चुनाव में मेरठ से बीएसपी की मेयर सुनीता वर्मा ने आदेश जारी किया था, 'नगर निगम बोर्ड की बैठक में राष्ट्रगीत वंदेमातरम् का गान नहीं कराया जाएगा, हालांकि बैठक में राष्ट्रगान की पहले की तरह जारी रहेगा।'

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