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डेटा लीक पर जुकरबर्ग को भारत की चेतावनी, बीजेपी ने राहुल पर उठाए सवाल, कांग्रेस का पलटवार

फेसबुक डेटा लीक को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने फेसबुक और उसके सीईओ मार्क जुकरबर्ग को चेतावनी देते हुए कहा है कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Updated on: 21 Mar 2018, 11:32 PM

नई दिल्ली:

फेसबुक डेटा लीक को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने फेसबुक और उसके सीईओ मार्क जुकरबर्ग को चेतावनी देते हुए कहा है कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रसाद ने उन्होंने कांग्रेस पर फेसबुक की सहयोगी कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका से संबंध होने का आरोप भी लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जवाब भी मांगा है।

फेसबुक की सहयोगी कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर आरोप है कि उसने डेटा लीक कर अमेरिका और ब्रिटेन के चुनावों को प्रभावित किया है।

हालांकि कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है और उलटा आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी जेडीयू ने चुनावों में इस कंपनी का इस्तेमाल किया था। जिसमें 2014 के चुनाव भी शामिल थे।

चुनावों के प्रभावित किया जाने की अमेरकी और ब्रिटिश एजेंसियां जांच कर रही हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार इन एजेंसियों के संपर्क में हैं और भारत में इस तरह की किसी भी कोशिश की जानकारी इनसे ली जाएगी।

रवि शंकर प्रसाद ने कहा, 'हम सोशल मीडिया पर विचारों के स्वतंत्र आदान प्रदान की वकालत करते हैं। लेकिन फेसबुक समेत इस मीडिया की मदद से अवैध तरीके से मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फेसबुक को यह बात साफ-साफ समझ लेनी चाहिए।'

इसके साथ ही उन्होंने कहा, '... लेकिन फेसबुक समेत सोशल मीडिया द्वारा अप्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष रूप से अवांछित साधनों के जरिए भारत की चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के किसी भी प्रयास की न तो सराहना की जाएगी और न ही उसे बर्दाश्त किया जाएगा... फेसबुक बिल्कुल स्पष्टतौर पर यह जान ले कि अगर जरूरी हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

रविशंकर प्रसाद ने जुकरबर्ग को भारत के सूचना प्रौद्योगिकी कानून की याद दिलाते हुए कहा, "अच्छा होगा कि आप भारत के आईटी मंत्री के कथनों पर ध्यान दें।"

उन्होंने कहा, 'अगर किसी भी भारतीय का डेटा फेसबुक की मिलीभगत से लीक होगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमें आईटी कानून में जरूरी शक्ति प्राप्त है, जिसके तहत आपको भारत में तलब भी किया जा सकता है।'

रविशंकर प्रसाद ने सवाल पूछा है कि क्या कांग्रेस पार्टी अब चुनाव जीतने के लिए डेटा चोरी और छेड़छाड़ की मदद लेगी?

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उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा, 'कैंब्रिज एनालिटिका का राहुल गांधी के सोशल मीडिया प्रोफाइल से क्या संबंध है ?'

कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के करीब 5 करोड़ यूजर्स के डेटा चुराने का आरोप है।

इस मुद्दे पर रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोला है और कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनाव प्रचार के लिए ब्रिटिश एजेंसी कैंब्रिज एनालिटका को जिम्मेदारी सौंपी है और इस पर अब गंभीर आरोप लगे हैं।

केंद्रीय मंत्री प्रसाद के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी का चरित्र ही फर्जी है और वो गलत खबरें पैदा करती है।

पार्टी मीडिया इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'बीजेपी फर्जी खबरों की फैक्ट्री है उसने आज एक और फर्जी खबर का उत्पादन किया है। फर्जी बयान, फर्जी प्रेस कॉंफ्रेंस और फर्जी एजेंडा बीजेपी और उसके 'नियम-विरुद्ध' कानूनमंत्री रविशंकर प्रसाद का चरित्र हो गया है।'

उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि कांग्रेस और उसके अध्यक्ष कभी भी कैंब्रिज एनालिटिका की सेवाएं नहीं ली हैं।

उन्होंने कहा, 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस या कांग्रेस अध्यक्ष ने कभी भी कैंब्रिज एनालिटिका नाम की कंपनी की सेवाएं नहीं ली हैं। ये फर्जी एजेंडा और सफेद झूठ है, जिसे केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद फैला रहे हैं।'

सुरजेवाला ने कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका से संबंधित वेबसाइट से जानकारी मिली है कि 2010 में बीजेपी-जेडीयू ने इसकी सेवाएं ली थीं। इसकी भारतीय सहयोगी कंपनी ओवलीन बिज़नेस इंटेलीजेंस बीजेपी के सहयोगी दल के सांसद के बेटे चला रहे हैं। 2009 में ओबीआई की सेवाएं रराजनाथ सिंह ने ली थीं।

कांग्रेस के बयान के बाद बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी को इस संबंध में सामने आकर उन सवालों के जवाब देना चाहिये जो उनसे पूछे गए हैं।

उन्होंने कहा, 'वर्तमान सरकार इसे हल्के में नहीं ले रही है। सरकार बिलकुल इसकी जांच कराएगी और सच सामने आएगा। राहुल गांधी को सामने आकर रखे गए सवालों के जवाब देना चाहिये।'

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संबित पात्रा ने कांग्रेस मीडिया इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला के उन आरोपों का भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी और जेडीयू ने इस कंपनी की सेवाएं ली थीं।

इधर कांग्रेस के पूर्व नेता शहज़ाद पूनावाला ने कांग्रेस के दावों को गलत करार देते हुए कहा है कि कंपनी कांग्रेस के संपर्क में थी।

पूनावाला ने कहा, 'मिस्टर सुरजेवाला ने कहा है कि कांग्रेस का कैंब्रिज एनालिटिका और उसके भारतीय पार्टनर ओवलेनो से कोई संबंध नहीं है। ये वही फर्म है जिस पर फेसबुक का डेटा चुराने का आरोप है। उनका ये दावा पूरी तरह से गलत है।'

उन्होंने कहा, 'इसके पुख्ता सबूत हैं कि राहुल गांधी और उनकी टीम ओवलेनो के अमरीश त्यागी से संपर्क में थी। अभी तक कुछ नहीं था लेकिन आज कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद के मुद्दा उठाने के बाद लीपने-पोतने का काम शुरू हो गया है।'

पूनावाला ने कहा, '2017 से ही कई बड़े अखबारों में रिपोर्ट्स आई हैं। अगर कोई संबंध नहीं था तो उस समय इन्होंने क्यों नहीं संबंधों से इनकार किया। ओवलेनो के सीईओ 2011-12 में मुझसे संपर्क में थे और कांग्रेस से कुछ काम पाना चाहते थे।'
फेसबुक ने स्वीकार किया है कि करीब 2,70,000 लोगों ने एप डाउनलोड किया और उन्होंने उसपर अपनी निजी जानकारी साझा की।

लेकिन कंपनी ने किसी तरह की गड़बड़ी से इंकार किया है और कहा कि कंपनी डेटा हासिल करने और उसके इस्तेमाल में सही प्रक्रियाओं का पालन करती है।

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