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लोकसभा में बोलीं सुषमा, डोकलाम का मुद्दा सुलझा लिया गया है, अब नहीं कोई विवाद

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में डोकलाम के मुद्दे पर कहा कि भारत-चीन के बीच 'परिपक्व कूटनीति' के माध्यम से डोकलाम मुद्दा सुलझा लिया गया है।

Updated on: 01 Aug 2018, 08:31 PM

नई दिल्ली:

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में डोकलाम के मुद्दे पर कहा कि भारत-चीन के बीच 'परिपक्व कूटनीति' के माध्यम से डोकलाम मुद्दा सुलझा लिया गया है। इसके बाद से संबंधित क्षेत्र में यथास्थिति बरकरार है।

स्वराज ने लोकसभा में कहा, 'वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग के बीच हुई बैठक का कोई विशेष एजेंडा नहीं था। अनौपचारिक मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच आपसी समझ, आपसी सुख-साधन और पारस्परिक विश्वास को सुनिश्चित करना था और तीनों मकसद को हासिल किया गया है।'

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उन्होंने कहा कि वुहान में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात से पहले दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने फैसला किया था कि किसी भी विशिष्ट मुद्दे पर बातचीत नहीं होगी।

लोकसभा में प्रश्नकाल में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा, 'बिना किसी जमीन नुकसान के 28 अगस्त 2017 को डोकलाम मुद्दे को 'परिपक्व कूटनीति' के जरिए सुलझा लिया गया है।

विदेश मंत्री ने कहा, 'वुहान की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनफिंग के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर बैठक और दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर बैठक से इतर मुलाकात हुई। यह मुलाकात आपसी समझ को विकसित करने के लिए हुई थी। लेकिन बाद में बैठक में डोकलाम मुद्दे पर भी बातचीत हुई।'

सुषमा ने कहा, 'दोनों नेताओं में सहमित बनी कि दोनों देश की सेना को कहा जाएगा कि किसी विवाद की स्थिति में वे अपने स्तर से सुलझा लें और किसी भी विवाद से बचें।

बता दें कि 27-28 अप्रैल को चीन के वुहान में पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनफिंग के बीच औपचारिक मुलाकात हुई थी।

दक्षिण चीन सागर पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए स्‍वराज ने बताया कि भारत की नीति स्पष्ट है कि दक्षिणी चीन सागर में नेविगेशन की स्वतंत्रता होनी चाहिए।

इसके साथ ही स्वराज ने जानकारी दी, 'भारत-चीन के बीच बनी इसी सहमति के बाद चीन के रक्षा मंत्री भारत के दौरे पर आ रहे हैं। इस साल के आखिर में चीन के विदेश मंत्री का भी भारत दौरा होना है।'

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